छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार शराबबंदी का वादा भूल गई, छत्तीसगढ़ ने शराब बिक्री में रचा इतिहास–विक्रम धुर्वे

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार शराबबंदी का वादा भूल गई, छत्तीसगढ़ ने शराब बिक्री में रचा इतिहास–विक्रम धुर्वे

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार शराबबंदी का वादा भूल गई, छत्तीसगढ़ ने शराब बिक्री में रचा इतिहास–विक्रम धुर्वे

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार शराबबंदी का वादा भूल गई, छत्तीसगढ़ ने शराब बिक्री में रचा इतिहास–विक्रम धुर्वे


दल्लीराजहरा/डौंडी: भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिला अध्यक्ष बालोद व सांसद प्रतिनिधि विक्रम धुर्वे ने 
शराबबंदी को लेकर भूपेश सरकार पर निशाना साधा है। विक्रम धुर्वे ने कहा कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने गंगाजल की कसम खाकर कहा था कि जब हमारी सरकार बनेगी तो शराबबंदी लागू की जाएगी। चुनाव के बाद नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आए। भूपेश बघेल की सरकार बनी। साथ ही इस बात की उम्मीद जगी कि राज्य में शराबबंदी लागू हो जाएगी, लेकिन सत्ता में आते ही कांग्रेस का नजरिया बदल गया। शराबबंदी की चर्चा तक बंद हो गई। सरकार के मुखिया या मंत्री इस मामले में खामोश हो गए। आज 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी शराबबंदी नहीं की गई है। शराबबंदी के नाम पर महिलाओं के साथ छल किया है। प्रदेश को शराब की सबसे अधिक बिक्री करने वाला राज्य बनकर बड़ी उपलब्धि हासिल कर लिया है। विक्रम धुर्वे ने कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि दो वर्ष के बकाया बोनस का भुगतान लंबित है। घोषणापत्र के अनुसार 60 की उम्र के ऊपर वालों को पेंशन देने की घोषणा भी अधूरे हैं। प्रदेश के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमित नहीं किया। महतारी सम्मान योजना, विधवा पेंशन योजना, युवाओं को 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा करके सरकार भूल गई है। उन्होंने कहा कि आतंक, अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार के चार साल पूरा किए कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 2023 के चुनाव में कांग्रेस का जाना तय है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता गाँव-गाँव घर-घर जाकर लोगों को बताएगी कि इन्होंने चुनावी वादों को पूरा नहीं किया।

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3