क्या ? भ्रष्टाचार के पैसों पर स्थिर है भूपेश सरकार- ओजस्वी भीमा मंडावी
प्रदेश की जनता की जगह भ्रष्ट अधिकारियों का साथ दे रही भूपेश सरकार: ओजस्वी भीमा मंडावी
दंतेवाडा/छत्तीसगढ़: भाजपा प्रदेश मंत्री व महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष ओजस्वी भीमा मंडावी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए सवाल किया है कि क्या भूपेश बघेल सरकार भ्रष्टाचार के पैसों पर स्थिर है जो मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को सरकार अस्थिर करने के लिए की जा रही कार्यवाही ठहरा रहे हैं। प्रदेश मंत्री ओजस्वी भीमा मंडावी ने कहा कि ईडी के द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है, उसको लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई से भूपेश बघेल सरकार की स्थिरता का क्या लेना देना है? ईडी की कार्यवाही लम्बे समय से सही दिशा में चल रही है। भ्रष्टाचारियों के यहां छापे मारे जा रहे हैं, अवैध संपत्ति मिल रही है। साक्ष्य मिल रहे हैं।इतने दिन हो गए, ईडी द्वारा गिरफ्तार अधिकारी जेल में हैं। यह बता रहा है कि कार्रवाई साक्ष्य के आधार पर हो रही है।
ओजस्वी भीमा मंडावी ने कहा कि वास्तव में जो कार्रवाई हुई है, उसमें मिली संपत्ति साबित कर रही है कि जनता का धन लूटा गया है। भूपेश बघेल कहते हैं कि सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है तो उन्हें बताना चाहिए कि क्या उनकी कुर्सी भ्रष्टाचार के पैसों पर टिकी है और भ्रष्टाचारियों से यह पैसा जप्त होने पर उनकी सरकार अस्थिर हो रही है। जो सरकार भ्रष्टाचारियों और भ्रष्टाचार के पैसों की दम पर चल रही है, वह जनता की सरकार कैसे हो सकती है। भूपेश बघेल ने अपने बयान से यह कबूल कर लिया है कि वे भ्रष्टाचार के बूते सरकार चला रहे हैं। छत्तीसगढ़ को लूटकर पैसा ऊपर पहुंचा रहे हैं। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा तो वे यह रकम दिल्ली दरबार में नहीं भेज पाएंगे तो भूपेश बघेल की सरकार को अस्थिर होने से कौन बचा सकता है। भूपेश बघेल को इसीलिए भय लग रहा है कि ईडी की छापेमारी से वे अस्थिर हो जाएंगे। प्रदेश की मेहनतकश जनता की गाढ़ी कमाई की रक्षा करने के बजाए भूपेश सरकार भ्रष्टाचारियों की संरक्षक बनी हुई है।