"मेरा बिलासपुर व्यसन मुक्त बिलासपुर" एवं "मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर" चित्र प्रदर्शनी का आयोजन

"मेरा बिलासपुर व्यसन मुक्त बिलासपुर" एवं "मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर" चित्र प्रदर्शनी का आयोजन

"मेरा बिलासपुर व्यसन मुक्त बिलासपुर" एवं "मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर" चित्र प्रदर्शनी का आयोजन

"मेरा बिलासपुर व्यसन मुक्त बिलासपुर" एवं "मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर" चित्र प्रदर्शनी का आयोजन


15 जनवरी 2023, बिलासपुर। आज संसार में मनुष्य के खाने पीने के लिए अनेकानेक पदार्थ है। स्वास्थ्य, स्वादिष्ट और संतुलित खाद्य पदार्थों की कमी नहीं है। परंतु फिर भी मनुष्य कुछ ऐसे पदार्थों का सेवन कर लेता है जो उसके शरीर मस्तिष्क तथा उसकी नैतिकता के लिए हानिकारक है। व्यसन आधुनिक समाज की एक अति ज्वलंत समस्या है। व्यसन व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक तथा आर्थिक रूप से भी नष्ट कर देता है। अनेक प्रकार से यह लाइलाज रोगों से भी अधिक खतरनाक है। इस प्रकार के रोगों से एक व्यक्ति मर सकता है, परंतु व्यसन से व्यक्ति स्वयं तो मरता ही है पर साथ मित्र संबंधियों के भी के लिए भी कष्ट व दुख का कारण बनता है।

उक्त वक्तव्य प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थानीय शाखा टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन के द्वारा व्यापार मेला में लगाई गई चित्र प्रदर्शनी "मेरा बिलासपुर व्यसन मुक्त बिलासपुर" एवं "मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर" में सेवाकेन्द्र संचालिका बीके स्वाति दीदी ने कहा। दीदी ने व्यसन के सेवन का प्रमुख कारण बताते हुए कहा कि व्यसन का सबसे प्रमुख कारण मानसिक तनाव है। विभिन्न प्रकार की मानसिक अशांति तथा उथल-पुथल से बचने के लिए लोग नशीली दवाओं का सेवन करने लगते हैं। यह दवाई सेवन करने पर केवल कुछ समय के लिए शांत होने का भ्रम उत्पन्न होता है तथा अंततः जहर से भी अधिक खतरनाक सिद्ध होता है। कई बार अशांत घर का वातावरण व्यक्ति को व्यसन की तरफ ले जाता है। यदि माता-पिता, समय-समय पर अपने बच्चों को दो अमूल्य वस्तु समय तथा स्नेह प्रदान नहीं करते तो तरुण नशे के तरफ जाने लगते हैं। ऐसे बालक जो अशांत घर में जहां या तो माता-पिता के संबंध अच्छे नहीं हैं या वे अपने कार्यों में अत्यधिक व्यस्त हैं वह नशे का शिकार अधिक होते हैं। कई बार हमउम्र का दबाव होने के कारण युवा व्यसन करने लगता है। अपने मित्रों को खो देने के डर से युवा उनकी मांग को मान लेता है। कभी-कभी के नशे के सेवन से बाद में वे पक्के व्यसनी बन जाते हैं। हम यह भी देखते हैं कि समाज में व्यसन के कारण ही युवा अनियंत्रित होकर गाड़ी चलाते हैं। 

जो यातायात के नियमों का भी पालन नहीं करते हैं और दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। इन सब से बचने के लिए, अपने मन को शांत रखने के लिए और व्यसन से छूटने के लिए राजयोग का अभ्यास बहुत ही कारगर है। राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास के द्वारा व्यक्ति किसी भी प्रकार के मानसिक, शारीरिक व्याधियों से मुक्ति प्राप्त कर सकता है। इसी उद्देश्य से व्यापार मेला में भी यह चित्र प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसका अनेक युवा एवं शहर के गणमान्य व्यक्ति लाभ ले रहे हैं। प्रदर्शनी के पश्चात टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन सेवाकेन्द्र में "पांच दिवसीय नि:शुल्क व्यसन मुक्ति राजयोग शिविर" 20 जनवरी से 24 जनवरी सुबह 8:00 से 9:00 एवं शाम 6:00 से 7:00 तक रखा गया है। जो पूर्णतः निःशुल्क होगा।


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