डॉ. प्रतीक उमरे द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन जिला अस्पताल दुर्ग में किया गया

डॉ. प्रतीक उमरे द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन जिला अस्पताल दुर्ग में किया गया

डॉ. प्रतीक उमरे द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन जिला अस्पताल दुर्ग में किया गया

डॉ. प्रतीक उमरे द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन जिला अस्पताल दुर्ग में किया गया


दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन जिला अस्पताल दुर्ग में किया गया जिसमे 19 युवाओं द्वारा रक्तदान किया गया तथा रेयर ब्लड ग्रुप वाले 2 युवाओं का रक्तदान के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे द्वारा रक्तदान करने वाले सभी रक्तदाताओं को डिनर सेट वितरित कर सम्मानित किया गया साथ ही ब्लड बैंक के स्टाफ को भी सम्मानित किया गया।

पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि संपूर्ण विश्व के युवाओं को स्वामी विवेकानंद ने उत्साह के साथ जीवन को जीने और निरंतर चुनौतियों का सामना करने का संदेश दिया।निराशा को मन से निकालने और सत्य की राह पर चलते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।युवाओं को उनके बताए मार्ग पर चलकर जीवन को सफल बनाने का प्रयास करना चाहिए तथा जनहित एवं जनसेवा के कार्यों के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।

रक्तदान महादान है,इसलिए समय-समय पर सभी को रक्तदान करना चाहिए।दान किए गए रक्त से कई लोगों की जिंदगी बच सकती है।युवा वर्ग को यह समझना होगा कि किसी भी खुशी के मौके पर फिजूल खर्ची करने की बजाए रक्तदान जैसे समाजहित के कार्य करने चाहिए,जिससे अन्य लोगों का भला हो सके तथा यह सबका कर्तव्य है कि युवा वर्ग को समाजहित के कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदार बनने के लिए प्रेरित करें।उन्होंने कहा कि रक्तदान किसी एक व्यक्ति की जान को तो बचाता ही है बल्कि साथ-साथ में कुछ व्यक्ति के जीवन से जुड़े अन्य परिवारजनों की आशाओं को भी जीवित रखता है,क्योंकि यह किसी भी रक्तदाता को पता नहीं होता कि उसके द्वारा दान किया गया रक्त कितने जरूरतमंद व्यक्ति को मिल रहा है।एक यूनिट रक्त तीन व्यक्तियों की जान बचा सकता है,इससे ज्यादा पुण्य का कार्य नहीं हो सकता।स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के आयोजन में सराहनीय भूमिका एवं विशेष योगदान के लिए जिला अस्पताल प्रशासन ने पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे का आभार प्रकट किया।

शिविर में विशेष रूप से चार्टेड अकॉउंटेंट मनीष श्रीवास, लवकुश देशमुख,पूर्व भाजयुमो उपाध्यक्ष प्रांजल भारद्वाज,प्रतीक देवांगन,प्रखर भारद्वाज,डॉ. प्रवीण अग्रवाल, डॉ. नेहा बाफना, रोशन सिंह, रुपेश शप्रे, महेंद्र चंद्राकर, निगार परवीन, मधुसूदन देवांगन, दिनेश परमार, सती गुप्ता, आशा साहू, हिमांशु चंद्राकर, कौशल साहू व अन्य युवा उपस्थित थे।


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