भूपेश के राज में कुकरेल क्षेत्रवासी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं-अनीता ध्रुव

भूपेश के राज में कुकरेल क्षेत्रवासी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं-अनीता ध्रुव

भूपेश के राज में कुकरेल क्षेत्रवासी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं-अनीता ध्रुव

भूपेश के राज में कुकरेल क्षेत्रवासी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं- अनीता ध्रुव



भाजपा आदिवासी नेत्री एवं जिला पंचायत सदस्य अनीता ध्रुव ने कहा कि बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सिहावा विधानसभा क्षेत्र में भेंट मुलाकात करने पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने कुकरेल क्षेत्र के कई ग्रामो के लिए कोई घोषणाएं नहीं की है। उन्होंने बताया कि भूपेश बघेल कांग्रेस सरकार के राज में कुकरेल तहसील के क्षेत्रवासी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। इस क्षेत्र के अनेकों गांव में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं मिला। बुधवार को भेंट मुलाकात कार्यक्रम में भी क्षेत्र के लिए कोई भी घोषणा नहीं की है। अनीता ध्रुव ने कहा कि सरकार को गांव के विकास पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने क्षेत्र के समास्याओं को बताते हुए कहा कि कुकरेल बिरझुली सड़क की हालत जर्जर होने के कारण लोगों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा की बहुत बुरा हाल है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुकरेल के कर्मचारी तो शाम 5 बजे के पहले से गायब हो जाते हैं। इस क्षेत्र के लगभग 150 गांवों के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए भटकना पड़ता है इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए काॅलेज की आवश्यकता है। क्षेत्र में किसानों के लिए उचित सिंचाई सुविधा नही है, जबकि क्षेत्रवासी सिलयारी नाला डायवर्सन से फुटहामुड़ा होते सिंचाई सुविधा के लिए नहर नाली निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन शासन प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रही है। उन्होंने बताया कि कुकरेल तहसील मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पत्थर्रीडीह के अति पिछड़ी कमार जनजाति के लिए पेयजल व्यवस्था नही होने से वहाँ के ग्रामीणों को गर्मी के दिनों में नदी-नाला से पानी पिने को मजबूर हो जाते हैं। कुकरेल तहसील में क्षेत्र के किसानों के लिए सहकारी केन्द्रीय बैंक नही होने से किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र में बिजली का कोई भी भरोसा नहीं। ऐसे में यहां लोग बदहाली का जीवन जीने को मजबूर हैं। यहां के रहवासियों की ऐसी कई छोटी-बड़ी समस्याएं है, इन समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3