हर घर घर में झूलण की ज्योत जलाए... संत शहेरावाले

हर घर घर में झूलण की ज्योत जलाए... संत शहेरावाले

हर घर घर में झूलण की ज्योत जलाए... संत शहेरावाले

हर घर घर में झूलण की ज्योत जलाए... संत शहेरावाले


गुजरात की संत पूज्य शहेरावाले जी का सत्संग का आयोजन तिल्दा झूलेलाल मंदिर में आयोजित किया गया सत्संग रात्रि 8:00 बजे आरंभ हुआ 11:00 बजे समापन हुआ संत जी के आगमन पर महिला समिति के द्वारा फूलों की वर्षा की गई आतिशबाजी की गई वह आरती उतारी गई संत जी ने मंदिर में मत्था टेका ज्योत के दर्शन किए वह सत्संग की शुरुआत भगवान झूलेलाल जी के फोटो पर माला पहना कर पूज्य बहराणा साहब की अखंड ज्योत को प्रज्वलित करके की गई अपने अमृत वचनों में साईं जी ने कहा की हर घर घर में भगवान झूलेलाल की जयोत जलाएं जिससे अज्ञान का अंधेरा दूर होगा घर में खुशहाली आएगी हम सिंधियों की पहचान भगवान झूलेलाल से है हम कहीं भी जाएं अपने इष्ट देव अपनी बोली भाषा संस्कृति को ना भूले यह हमारी पहचान है और हमें गर्व होना चाहिए कि हम हिंदू हैं सिंधी हैं जो गुरु आपको मंत्र देता है उसका सिमरन करें उनका नाम जपे भक्ति करें अपने धर्म का पालन करें तभी तुम लोगों का उद्धार होगा धर्म से अलग होकर कभी भी किसी का भला ना हुआ है ओर ना होगा और सच्चा धर्म है भक्ति प्रभु की करना।

भक्ति से बड़ा कोई धर्म नहीं है अपने घर के छत के ऊपर पानी का सकोरा भर के रखे पक्षियों के लिए चारा रखें घर के बाहर गाय आए तो उसके रोटी खिलाएं घर में प्रतिदिन जयोत जलाएं नल के पास में आंखों पाए पलों पाए अपने बड़ों का सम्मान करें उनका आशीर्वाद ले यह जीवन बड़ा अनमोल है इसे वेस्ट में न गवाएं भगवान झूलेलाल ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लिया था और भागवत में लिखा भी है यह कि जब-जब अधर्म बढ़ेगा पाप बढ़ेगा धर्म की हानि होगी तब तब मैं अवतार लूंगा किसी न किसी रूप में सबसे भोले भगवान हमारे झूलेलाल जी है जो जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं जैसे जल के बिना जीवन अधूरा है उसी तरह सिंधी समाज भी भगवान झूलेलाल के बिना अधूरा है जिस तरह किसी पुत्र की पहचान अपने पिता से होती है उसी तरह हम सिंधियों की पहचान हमारे झूलेलाल से है।

इस अवसर पर कई भक्ति भरे भजन गाए जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजन झूम उठे सत्संग के आखिर में आरती की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आई हुई साध संगत के लिए आम भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भंडारा ग्रहण किया श्री झूलेलाल सेवा समिति के द्वारा साईं जी का सम्मान किया गया।

सत्संग में बड़ी संख्या में भक्तजन आसपास के शहरों से भी आए थे भाटापारा बलोदा बाजार तिल्दा रायपुर बिलासपुर धमतरी अन्य कई शहरों से आकर शामिल हुए सत्संग की अमृत वाणी सुनकर धन्य हुए इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में श्री झूलेलाल सेवा समिति के सभी सेवादारों का विशेष सहयोग रहा।


श्री विजय दुसेजा जी की खबर 

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