सच्चे वह अच्छे लोगों का संघ करो.... संत लाल साई

सच्चे वह अच्छे लोगों का संघ करो.... संत लाल साई

सच्चे वह अच्छे लोगों का संघ करो.... संत लाल साई

सच्चे वह अच्छे लोगों का संघ करो.... संत लाल साई 


श्री झूलेलाल नगर चकरभाटा में सिंधु अमरधाम आश्रम में चंद्र दिवस के अवसर पर चंद्र का मेले का आयोजन किया गया एक शाम भगवान झूलेलाल के नाम कार्यक्रम रात्रि 8:00 बजे आरंभ हुआ 11:00 बजे समापन हुआ कार्यक्रम की शुरुआत भगवान झूलेलाल और बाबा गुरमुख दास जी के फोटो पर पुष्प अर्पण कर बहाराणा साहब की अखंड ज्योत प्रज्वलित करके की गई इस आयोजन में एल एस म्यूजिकल पार्टी कटनी के द्वारा संगीतकार गीतकार गायक आकाश के द्वारा शानदार भक्ति भरे भजनों की प्रस्तुति दी जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजन झूम उठे इस अवसर पर रवि रूपवानी अनिल पंजवानी के द्वारा भी कई भक्ति भरे भजन गाए व सभी का मन मोह लिया अपनी अमृतवाणी में आशीर्वचन में संत लाल साई जी ने आए हुए सभी साध संगत को अंग्रेजी नए वर्ष के प्रथम चंद्र दिवस की बहुत-बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं दी व कहा कि अच्छे और सच्चे लोगों का संघ करना चाहिए ताकि वैसा व्यवहार और आपके जीवन में प्रभाव भी अच्छा आएगा अगर आप लोग गलत लोगों का संग करोगे तो आप भी गलत राह पर चलेंगे आपका व्यवहार भी चेंज हो जाएगा इसलिए जीवन में अच्छे सच्चे लोगों का ही संग करना चाहिए और जो लोग अपने धर्म को छोड़कर अन्य धर्म अपना लिए हैं उन्हें यूटर्न लेकर वापस अपने धर्म में आना चाहिए हम लोग सनातन धर्म के मानने वाले लोग हैं हम हिंदू धर्म से जुड़े हैं और हमें फक्र है कि हम हिंदू हैं उन भूले भटके लोगों को भी कहना चाहूंगा वापस आ जाओ और होली दिवाली आओ मिलकर मनाएं गणेश उत्सव नवरात्रि में धूम मचाए गलती सबसे होती है इंसान वही है जो अपनी गलती का सुधार करें अपनी गलती को सुधार करके अपने घर वापस आ जाए।

बाबा गुरमुख दास जी का एक प्रसंग सुनाया कि बाबा जी का जो रूम था किस तरह छोटा रूम था एक चारपाई की खटिया रहती थी और उस रूम में बहुत सारा कचरा भरा रहता था बिजली के बोर्ड रहते थे ऐसे रूम में बाबाजी अपना विश्राम करते थे आराम करते थे पर इतना सब होने के बाद भी गर्मी नहीं लगती थी और कभी भी एक मच्छर भी नहीं रहता था वह हमेशा लोगों के कल्याण के कार्य करते रहते थे संत किसी को चिल्लाते हैं डाटते है तो उसमें भी उसका भला होता है जिस तरह माता-पिता अपने बच्चों को लाड प्यार भी करते हैं तो उनको सुधारने के लिए उनके भले के लिए उनको डा टते भी हैं उसका मतलब यह नहीं कि माता-पिता खराब हैं।

वह अपने बच्चे की फिक्र करते हैं उसी तरह संत भी अपने भक्तों की रक्षा के लिए उनकी फिक्र करते हैं उनकी चिंता करते हैं उनके भले के लिए कभी-कभी कड़वी दवा भी पिलानी पड़ती है तो पिलाते हैं और भक्तों को भी समझना चाहिए संत जो बोलते हैं उनके हर शब्द में उनके भले का राज छुपा होता है कार्यक्रम के आखिर में साईं जी व भक्तों के द्वारा सिंधी छैज की गई अंत में आरती की गई प्रार्थना की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया एवं आम भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भंडारा ग्रहण किया वह बहराणा साहब को ढोल बाजे के साथ मंदिर से लेकर तलाब पहुंचे विधि विधान के साथ बहराणा साहब का विसर्जन किया गया अखंड ज्योत को तराया गया आज के इस आयोजन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या भक्तजन बिलासपुर भाटापारा रायपुर चकरभाटा रायगढ़ से शामिल हुए इस पूरे आयोजन का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में भक्तजनों ने घर बैठे आज के इस कार्यक्रम का आनंद लिया इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरमुखदास सेवा समिति व झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्य का विशेष सहयोग रहा।


श्री विजय दुसेजा जी की खबर 

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