श्रीराम के जीवन चरित्र से एक आदर्श नागरिक बनने का अवसर मिलता है-अनीता ध्रुव
सत्संग के बिना मानव का जीवन अधूरा-अनीता ध्रुव
सिहावा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम छुही एवं ग्राम सलोनी में त्रि-दिवसीय संगीतमय मानस गान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसके समापन अवसर पर जिला पंचायत सदस्य अनीता ध्रुव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अनीता ध्रुव व विषेश अतिथियों के द्वारा भगवान श्रीरामचन्द्र की पूजा अर्चना कर समस्त ग्रामवासियों की सुख समृद्धि खुशहाली की कामना की। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभागी मानस मंडली गरियाबंद, कांकेर, रामपुर, धमतरी, बालोद रायपुर, भैंसाकट्टा,बलौदाबाजार भंवरमारा, देवरतिल्दा, घूटकुनवापारा, दरगहन, साल्हेभाट, मुल्ले, नहरगांव, नागाबुड़ा, बोलता डाही, खुरसुल, बोरझरा, चिखली, गुढ़ियारी, बेलरगांव सहित अनेक स्थानों से मानस गान ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस आयोजन से गांव एवं आसपास क्षेत्र राममय हो गया है। चारों तरफ राम नाम के भाव गूंज रही है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अनीता ध्रुव ने कहा कि रामचरित मानस की कथा को मानव जीवन में उतारने से जीवन में सार होता है। रामायण से ही जीवन जीने की कला मिलती है। कहा कि जो भक्त श्री राम कथा का श्रवण करेगा उसका जीवन सफल हो जाएगा क्योंकि बिना सत्संग के मानव का जीवन अधूरा है कलयुग में भवसागर से पार होने के लिए प्रभु का गुणगान करना अति आवश्यक है।
रामायण का हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश में अति विशेष महत्व है। परिवार में मां, पिता, भाई, बहन, भाई-भतीजा रिश्ते होते हैं। भगवान राम के जीवन चरित्र से एक आदर्श नागरिक बनने का अवसर मिलता है। मानस गान से गांव में एकता व शांति की भावना प्रेरित होती है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से जाने जाते है। प्रदेश में भगवान राम के अनेक स्थानों पर चरण पड़े है। भगवान श्रीराम का ननिहाल होने की वजह से छत्तीसगढ़ के लोग भगवान राम को भांचा राम के रूप में पूजते हैं। अनीता ध्रुव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में रामायण मंडलियां एक विशेष स्थान रखती है।
इस अवसर पर सरपंच चिन्ता राम ध्रुव, उप सरपंच भानुप्रताप साहू, ग्राम प्रमुख श्री भूखन लाल सिन्हा, दिलदार निषाद, जीवराज साहू, रामलला साहू, जुगराम साहू, टिकेश्वर साहू, शत्रुहन साहू, यशवंत यदु, अजय ध्रुव, हरिराम साहू, रामबाई साहू, यामिनी कुंजाम, बिन्दु बाई साहू, रमशिला चन्द्राकर सहित काफी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहें॥