भोजन उतना लो थाली में जितना ना जाए नाली में.... संत श्री लाल साई

भोजन उतना लो थाली में जितना ना जाए नाली में.... संत श्री लाल साई

भोजन उतना लो थाली में जितना ना जाए नाली में.... संत श्री लाल साई

भोजन उतना लो थाली में जितना ना जाए नाली में.... संत श्री लाल साई


चंद्र जो मेलो श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चकरभाटा में हर्षोऊल्लास के साथ मनाया गया कार्यक्रम रात्रि 8:00 बजे भगवान झूलेलाल बाबा गुरमुख दास जी के फोटो पर पुष्प अर्पित कर बहाराणा साहब की अखंड ज्योत प्रज्वलित करके की गई कार्यक्रम में महेश म्यूजिकल पार्टी कटनी के द्वारा शानदार भक्ति भरे भजनों की प्रस्तुति दी गई जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजन झूम उठे एक से बढ़कर एक भक्ति भरे भजन गाए इस अवसर पर संत लाल साई जी के द्वारा अपनी अमृतवाणी में सत्संग की अमृत वर्षा की गई सत्संग में साई जी ने फरमाया कि "भोजन को उतना लो थाली में जितना ना जाए नाली में"

आजकल लोग शादी हो पार्टी और सत्संग कीर्तन हो जहां भी जाते हैं पूरे थाली भरकर भोजन लेते हैं खाते बहुत कम है और बर्बाद ज्यादा करते हैं ऐसा नहीं होना चाहिए भोजन की कद्र करो अन कि कदर करो किस तरह किसान भाई गर्मी हो ठंडी हो बरसात हो मेहनत करके अनन् उगाते हैं अन्न का अपमान नहीं होना चाहिए भोजन का अपमान नहीं होना चाहिए जितनी भूख लगे थाली में उतना ही भोजन लेना चाहिए अगर आपको ज्यादा भूख लगती है तो आप 4 दफा जा कर लीजिए कोई मना नहीं है पर भोजन को वेस्ट न करें होटल में भी जाते हैं तब भी ऐसा ही करते हैं आज हमारे पड़ोसी देश की हालत क्या है आप सभी लोग सोशल मीडिया के माध्यम से टीवी के माध्यम से अखबार के माध्यम से देख रहे हैं किस तरह रोटी के आटे के लिए मारामारी चल रही है लोगों की हत्या हो रही है कई लोगों की जान चली गई रोटी के आटे के कारण हमारे देश में भी लाखों गरीब परिवार लोग ऐसे हैं जिन्हें दो वक्त की रोटी भी नहीं नसीब होती है भगवान ने आपको दिया है तो उसका सदुपयोग कीजिए दुरुपयोग मत कीजिए आप भगवान के घर जाते हैं लंगर भंडारा खाते हैं तो यह सोचकर बर्बाद ना करें इससे हमारा क्या जाएगा यह भगवान का प्रसाद है प्रसाद के रूप में खाएंगे तो तनऔर मन दोनों प्रसन्न होगा आप सभी को चंद्र दिवस की बहुत-बहुत बधाइयां व शुभकामनाएं अगले माह 23 तारीख को चंद्र दिवस है भगवान झूलेलाल का अवतरण दिवस है 
सभी समाज के लोग अपने अपने घरों में पांच दीपक जलाएं और भगवान झूलेलाल का जन्म उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाएं 

वैसे तो सिंधी समाज के लोगों को प्रतिदिन या सप्ताह में 1 दिन भगवान झूलेलाल के मंदिर में आना चाहिए वह हमारे इष्ट देव हैं हमारे पालनहार हैं पर आप लोग
364 दिन आप कहि पर भी  जाइए कोई मना नहीं है 365 वे दिन एक दिन आप सभी झूलेलाल के मंदिर जरूर आएं अपने इष्ट दे के दर्शन करें जहाँ पर भी शोभायात्रा निकलती है सभी लोग शामिल हो बहराणा साहब की ज्योत के दर्शन करें अपने आसपास नदी तालाब हो तो वहां जाए मिठी ताहिरी नदी में डाले दीपक जलाएं पललो पाए आप सभी का इस से कल्याण होगा वह अपने इष्ट देव की पूजा अर्चना करके जो खुशी और शांति मिलेगी उसकी अनुभूति अलग ही होती है कार्यक्रम के आखिर में सिंधी सेज की गई आरती की गई प्रार्थना की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया वह आम मंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भंडारा ग्रहण किया इस पूरे आयोजन का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया 

हजारों की संख्या में घर बैठे लोगों ने आज के प्रोग्राम का आनंद लिया इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में भक्तजन बिलासपुर चकरभाटा बिलहा कोरबा रायपुर दुर्ग भिलाई से विशेष रूप से पहुंचे थे इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरुमुख दास सेवा समिति श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्य का विशेष सहयोग रहा


श्री विजय दुसेजा जी की खबर 

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