दल्ली राजहरा स्थानीय डी.ए.व्ही. विद्यालय में 12 फरवरी को महर्षि दयानंद सरस्वती का 200वाँ जन्म दिवस वर्ष समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
समाज सुधारक एवं प्रमुख शिक्षाविद, परम्परा के साथ आधुनिक शिक्षा के प्रणेता महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 200वाँ जन्म दिवस वर्ष समारोह पर विद्यालय में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें सर्वप्रथम प्राचार्या श्रीमती अलका शर्मा के द्वारा महर्षि दयानंद सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीपप्रज्जवलित कर माल्यार्पण किया गया। डीव्ही गान के बाद छात्रा ओजल दुबे के द्वारा महर्षि जी के समाज के प्रति योगदान पर भाषण प्रस्तुत किया गया।
"ऋषिगाथा" पर चलचित्र दिखाने के पश्चात नन्हे मुन्हे बच्चों ने महर्षि जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सुन्दर ड्रामा प्रस्तुत किया। जिसे देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए। साथ ही उनके प्रेरणास्पद जीवन की सभी ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की। सीनियर छात्राओं के समूह गान के पश्चात प्राचार्या श्रीमती अलका शर्मा ने अपने संक्षिप्त एवं सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी का सम्पूर्ण जीवन त्याग एवं समर्पण का हम सभी के लिए एक मिसाल है।
समाज के प्रति उनके द्वारा किए गए योगदान को हमें बच्चों तक पहुँचाना होगा, क्योंकि आज के बच्चे कल के देश के भविष्य हैं। साथ ही हम सभी को उनके बताए गए आदर्शमार्ग पर चलना चाहिए। जन्म दिवस का सबसे आकर्षक वह पल था, जब संध्याबेला में सैकड़ों की संख्या में दीप प्रज्जवलित कर महर्षि जी के द्वारा बताए गए कर्तव्य पथ पर चलने का संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ शिक्षक श्री आर.पी. वर्मा के द्वारा आभार प्रगट किया गया। सम्पूर्ण कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के समस्त शिक्षकगण सहित कार्यालयीन कर्मचारी उपस्थित थे ।