ब्रम्हलीन राजयोगी संत रामजानकी दास महात्यागी के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर शंकराचार्य ज्योष्पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के श्रीमुख से होगा ब्रह्मवैवर्त महापुराण सम्पन्न

ब्रम्हलीन राजयोगी संत रामजानकी दास महात्यागी के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर शंकराचार्य ज्योष्पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के श्रीमुख से होगा ब्रह्मवैवर्त महापुराण सम्पन्न

ब्रम्हलीन राजयोगी संत रामजानकी दास महात्यागी के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर शंकराचार्य ज्योष्पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के श्रीमुख से होगा ब्रह्मवैवर्त महापुराण सम्पन्न

ब्रम्हलीन राजयोगी संत रामजानकी दास महात्यागी के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर शंकराचार्य ज्योष्पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के श्रीमुख से होगा ब्रह्मवैवर्त महापुराण सम्पन्न 


डौंडी लोहारा -- विकास खंड अंतर्गत श्री जामडी पाटेश्वर धाम के ब्रम्हलीन राजयोगी संत रामजानकी दास महात्यागी के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर शंकराचार्य ज्योष्पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के 
श्रीमुख से ब्रह्मवैवर्त महापुराण सम्पन्न होगा।उक्ताशय की जानकारी देते हुए श्री जामडी पाटेश्वर धाम के संत रामबालक दास महात्यागी ने बताया कि ब्रम्हलीन सदगुरुदेव राजयोगी बाबा के प्रथम पूण्यतिथि के अवसर पर ,आगामी 7 अप्रैल से 13 अप्रैल तक श्री जामड़ी पाटेश्वरधाम में  
,,,ब्रह्मवैवर्त महापुराण , शंकराचार्य ज्योष्पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के श्रीमुख से होगा।संत रामबालक दास महात्यागी ने आगे बताया कि हम स्थानीय क्षेत्रवासी तथा छत्तीसगढ़वासी बड़े सौभाग्यशाली है कि शंकराचार्य का दर्शन हमें प्राप्त होने वाला है । शंकराचार्य के श्रीमुख से यहां भागवत कथा के श्रवण मात्र से भक्तों को अनेक लाभ भी मिलेगा। 
 
हमारा सौभाग्य है कि शंकराचार्य के मुख से भागवत कथा का श्रवण कर रहे हैं और उनके चरण वंदन करने का लाभ भी हमें मिलेगा । कलयुग सनातन धर्म में यह मान्यता है कि श्रीमद्भागवत कथा ही भगवान का साक्षात अवतार है। हमारे सनातन में यह मान्यता है शंकराचार्य भगवान ही भगवान के अवतार हैं। इस संसार में भगवान का सीधा दर्शन नामुमकिन है लेकिन जब जगतगुरु शंकराचार्य व्यासपीठ में विराजमान होकर के दर्शन देंगे तो हमे साक्षात भगवान के दर्शन होने का लाभ प्राप्त होगा।

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