साहित्य एवं कला के क्षेत्र में योगदान के लिए घनश्याम पारकर को विजय बघेल द्वारा राष्ट्रीय साहित्य पुरोधा सम्मान दिया गया

साहित्य एवं कला के क्षेत्र में योगदान के लिए घनश्याम पारकर को विजय बघेल द्वारा राष्ट्रीय साहित्य पुरोधा सम्मान दिया गया

साहित्य एवं कला के क्षेत्र में योगदान के लिए घनश्याम पारकर को विजय बघेल द्वारा राष्ट्रीय साहित्य पुरोधा सम्मान दिया गया

साहित्य एवं कला के क्षेत्र में योगदान के लिए घनश्याम पारकर को विजय बघेल द्वारा राष्ट्रीय साहित्य पुरोधा सम्मान दिया गया 


साहित्य एवं कला के क्षेत्र में योगदान के लिए घनश्याम पारकर को राष्ट्रीय साहित्य पुरोधा सम्मान दुर्ग के सांसद विजय बघेल ने दिया। समारोह में सांसद विजय बघेल ने कहा कि कला एवं साहित्य हम सभी के दिलों में जोत जलाती है। जब देश आजाद नहीं हुआ था तब भी साहित्य और कला की आंदोलन में भूमिका थी। हास्य व्यंग्य के सशक्त कवि घनश्याम पारकर ने कविता पाठ कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

सम्मान समारोह में सुधाकर शेवलीकर, कीर्तिमाधव व्यास, संगीतकार मदन शर्मा, रजनी रजक, दुष्यंत हरमुख, रूपा साहू, साहित्यकार दुर्गाप्रसाद पारकर, महेश चंद शर्मा, डाॅ शिवनारायण देवांगन, भावना पांडेय, मो जाकिर हुसैन, अंकुश देवांगन उपस्थित रहे।

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3