बहेरा बेरला आश्रम में संपन्न हुआ सत्संग व विशाल मातृ-पितृ पूजन...
श्री योग वेदांत सेवा समिति बहेरा बेरला के तत्वाधान में पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की कृपा पात्र शिष्या साध्वी सुशीला दीदी जी के सानिध्य में बहेरा बेरला, आश्रम में दो दिवसीय गीता भागवत सत्संग एवं विशाल मातृ-पितृ पूजन दिवस का कार्यक्रम संपन्न हुआ l साध्वी सुशीला दीदी ने सत्संग में बताया कि हमारी भारतीय संस्कृति में माता-पिता को देव कहा गया है। मातृदेवो भव। पितृदेवो भव। आचार्यदेवो भव। माता-पिता ने हमारे पालन-पोषण में कितना कष्ट उठाया है और हमारे आचार्यों ने हमें सही ज्ञान की सीख दी है ।
इनकी पूजा-अर्चना व सेवा करने से छोटे-से-छोटा व्यक्ति भी महान बन जाता है। माता-पिता एवं गुरु की सेवा करनेवाला स्वयं चिरआदरणीय बन जाता है। इस सिद्धांत को जिन्होंने भी अपनाया वे खुद भी आदरणीय और पूजनीय बन गये, फिर चाहे वे भगवान गणेशजी हों, भगवान श्रीरामचंद्रजी हों, भीष्म पितामह हों अथवा एक साधारण सा बालक श्रवणकुमार हो या फिर अपने माता -पिता व सदगुरु की सेवा-भक्ति करने वाले विश्वयापी संत श्री आशारामजी बापू हो । मंदिर में तो पत्थर की मूर्ति में भगवान की भावना की जाती है जबकि जीते जागते माता-पिता एवं गुरुदेव में तो सचमुच भगवान बसे हैं। ऐसे देवस्वरूप माता-पिता व गुरुजनों का जहाँ आदर-पूजन होता हो वहाँ की धरती माता भी अपने आपको सौभाग्यशाली मानती है।
आयोजन को सफल बनाने में समिति के जगतराम साहू, रामकुमार साहू, संतोष साहू, मनोज शर्मा, खूबी राम साहू, डॉ. ताम्रध्वज साहू, डॉ.युवराज साहू, नेमकुमार साहू, दाउलाल निषाद, सरपंच रामसिंग गायकवाड बहेरा, उपसरपंच अमरनाथ साहू, जेठू राम साहू, मेहतरु साहू, सुदर्शन साहू, टीकाराम, केशव साहू, प्रहलाद, भोलाराम, लोकेशदास मानिकपुरी, सोनू दाऊ, पंकज साहू, नीरज वर्मा, किशुन साहू, राजेश शर्मा, विजय सिन्हा, आशीष पांडे, आनंद वर्मा, विजय निषाद, प्रदीप साहू, राजेंद्र साहू, शिव कुमार विश्वकर्मा, गंगाधर दुबे, डामन सिन्हा, अभिलाष वर्मा, कौशलेश साहू, एवं समस्त साधक व ग्रामवासी का सहयोग उपस्थित सराहनीय रहा । यह जानकारी बालसंस्कार प्रभारी रोशन लाल साहू ने दिया।