डॉ. प्रतीक उमरे ने दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से जिला अस्पताल दुर्ग की लचर व्यवस्था में सुधार हेतु आवश्यक कार्यवाही की मांग की
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से जिला अस्पताल दुर्ग की लचर व्यवस्था में सुधार हेतु आवश्यक कार्यवाही की मांग किया है।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया कि दुर्ग जिला अस्पताल में अव्यवस्था का आलम है।दुर्ग जिला अस्पताल रेफरल सेंटर बनकर रह गया है।यहां के डॉक्टर सिर्फ कागजों में ड्यूटी कर रहे हैं।इलाज के लिए पहुंचने वाला मरीज बिना इलाज के ही रेफर कर दिया जा रहा है।डायलिसिस यूनिट में नियमित रूप से डॉक्टर नहीं आते हैं,स्थिति ये है कि डायलिसिस के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी से डॉक्टर बुलाए जाते हैं।जिला अस्पताल में 10 बेड का आईसीयू होने के बाद भी रेफरल कम नहीं हुआ है।अभी भी हर महीना बड़ी संख्या में मरीज दुर्ग से रायपुर रेफर किए जा रहे हैं।गंभीर मरीजों के इलाज के लिए 5 वेंटिलेटर युक्त आईसीयू में मौजूद उपकरण शो-पीस साबित हो रहे हैं।समझ से परे है कि योग्य डॉक्टर व कथित ट्रेंड स्टॉफ वाला आईसीयू होने के बाद भी इतने ज्यादा संख्या में मरीज रेफर क्यों किये जा रहे हैं।हमर लैब में भी 114 प्रकार की निशुल्क जाँच की सुविधा का दावा भी खोखला है,बमुश्किल कुछ सामान्य जाँच को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की जाँच के लिए मरीजों को निजी लैब में जाकर जाँच कराने पैसा खर्च करना पड़ रहा है।दुर्ग जिला अस्पताल के लैब में हार्मोन एनालाइजर मशीन,माइक्रोबायोलॉजी टेस्टिंग मशीन और वेलोमीटर टेस्टिंग मशीन तक उपलब्ध नहीं है जिसके कारण हार्मोन की जाँच,कैंसर की जाँच व अन्य प्रकार की जाँच नहीं हो पा रहा है।पूर्व एल्डरमैन डॉ.प्रतीक उमरे ने कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से दुर्ग जिला अस्पताल की लचर व्यवस्था में सुधार का आग्रह किया है।