श्रद्धेय ममतामयी मां स्व: कलावती दुसेजा के प्रथम पुण्यतिथि श्रद्धा पूर्वक मनाई गई
दी गई श्रद्धा पूर्वक श्रद्धांजलि भिक्षुको एवं जरुरत मंद यात्रियों को कराया गया भोजन
परम पूजनीय ममतामई मां कलावती दुसेजा जी की प्रथम पुण्यतिथि पर आज ममतामयी मां कलावती दुसेजा फाउंडेशन के द्वारा सुबह 10:00 बजे निवास स्थान में गीता का पाठ किया गया । दोपहर 12:00 बजे ममतामई मां कलावती दुसेजा फाउंडेशन के तत्वधान में हंगर फ्री संस्था के सदस्यों के सहयोग से रेलवे स्टेशन के पास भिक्षुक भोज का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत मां स्वर्गीय कलावती दुसेजा जी के फोटो पर फूल माला पहनाकर पुष्प अर्पण कर अगरबत्ती जलाकर की गई ।
इस अवसर पर भिक्षुक को एवं उपस्थित जरुरत मंद यात्रियों, को भोजन करवाया गया एवं शीतल जल वितरित किया गया इसके साथ ज़रूरत मंद गरीबों को कपड़े वितरण किए गए। संध्या 4:00 बजे निवास स्थान पर सत्संग -कीर्तन का आयोजन किया गया संध्या 5:00 बजे भाई वारिया राम दरबार में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर मां की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर ईश्वर से उन्हें अपने चरणों में स्थान बक्शे इसके लिए भाई अमरलाल वाधवानी के द्वारा अरदास की गई।
इस अवसर पर विजय दुसेजा ने कहा कि मैं बड़ा भाग्यशाली हूं कि मुझे ऐसी मां का प्यार मिला आशीर्वाद मिला इन्होंने बचपन से ही दुख तकलीफ सहकर मुझे पाल पोस कर बड़ा किया वह हमेशा सेवा परोप कार्य धर्म का पाठ पढ़ाया भक्ति करो सब की सेवा करो सिखाया सच की राह पर चलो अच्छे कर्म करो फल की चिंता ना करो दीन दुखियों की सेवा करो उन्होंने राह दिखाई भली आज उनका शरीर हमारे साथ नहीं है लेकिन उनकी आत्मा मेरे साथ है उनके दिखाए हुए राह उनके बताए हुई बातें हमेशा मुझे याद है उन्हीं पर चलकर हम सेवा कार्य में आगे बढ़ रहे हैं मां तो लाखों हैं पर ममतामयी मां लाखों में एक होती है और वह मां कलावती दुसेजा थी,,,
ममतामई मां कलावती दुसेजा फाउंडेशन के संरक्षक एवं पुज्य सेन्ट्रल पंचायत के सलाहकार रूपचंद डोडवानी ने उन्हें अपनी श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ममतामयी मां कलावती ने अपने संपूर्ण जीवन काल में संघर्षपूर्ण दिनों में भी जिस तरह सदैव परिवार,परोपकार, एवं धार्मिक कार्यों ,में तत्परता से अपनी अग्रणी भूमिका निभाते हुए सदैव सेवा भाव के साथ हमें अपने उच्च विचारों से अच्छे कार्यों के लिए प्रेरित किया आज उनकी पुण्यतिथि पर हमें उनके द्वारा बताए गए कार्यों एवं विचारों से प्रेरणा लेकर उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर समाज सेवा परोपकार एवं धार्मिक कार्यों में अपनी सहभागिता निभाये यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्री डोडवानी ने इस अवसर पर सेवा एक नई पहल संस्था के द्वारा किए जा रहे कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए हुए संस्था के संस्थापक श्री सतराम जेठमलानी एवं उनके पूरी टीम को साधुवाद देते हुए सर्व समाज के जरूरतमंदों की जरूरतों को पूरा करने का जो अनुकरणीय कार्य निरंतर किया जा रहा है उनके लिए उनके पूरे टीम को बधाइयां देते हुए आगे भी इस परोपकार के कार्य को जारी रखने की आशा व्यक्त करते हुए सेवा एक नई पहल के सभी सदस्यों को साधुवाद दिया।
श्रद्धांजलि सभा में फाउंडेशन के सदस्यों सतराम जेठमलानी राम हिरवानी नानकराम नागदेव ने भी कहां की जीवन में लोग बहुत मिलते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो शरीर छोड़ने के बाद भी हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहते हैं उनमें मां भी एक थी वह पुण्य आत्मा थी जब उससे मिलते थे ऐसा लगता था कि सात जन्मों का रिश्ता है हमारा जो प्यार आशीर्वाद अपने परिवार को देती थी वह हमें भी मिलता था।
उन से सभी को अपनतत्व था हम जब भी उनसे मिलते थेउनके चेहरे को देख कर ऐसा लगता था कि हम जितने भी दुख में रहे तकलीफ में रहे उनको देखकर सारे गम भूल जाते थे उनकी मुस्कान देखकर मन प्रफुल्लित हो जाता था उनकी बातें सुनकर दिल भाई जगदीश जग्गी आसी नेबाग बाग हो जाता था ऐसी ममतामयी मां थी।
पूज्य सिंधी पंचायत कश्यप कॉलोनी के अध्यक्ष भाई साहब जगदीश जज्ञासी ने माता जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका मेरे प्रति काफी स्नेह और लगाव था उनके आदर्श हमें प्रेरणा देती है और संबल प्रदान करती है उनके बताए मार्ग पर चलते हुए असहाय एवं दुखियारो की सेवा करनी चाहिए . आज के इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में संस्था के अध्यक्ष विजय दुसेजा संरक्षक रूपचंद डोड़वानी रामचंद्र हिरवानी राम जेठमलानी गोविंद दुसेजा रेखा आहूजा मोनिका सिदारा मनोज सिरवानी राजेश खरे सुनील हरियानी चंद्रर मंगतानी विकास गई सतराम दास सिदारा भाई अमर रूपानी भाई अमरलाल वाधवानीलव सिदारा सुरेश सिदारा पप्पू सिंधारा महेश सिदारा नानकराम नागदेव डॉ: हेमंत कलवानी नानक पंजवानी कमल मोती नीरज प्रकाश बंटी ईश्वर दुसेजा किशोर आडवाणी मोहन जैसवानी परमानंद रोहरा राकेश फुलवानी गोपाल आहूजा पंकज नवानी अमित राजवानी का सहयोग रहा
श्री विजय दुसेजा जी की खबर