ग्राम बोकरामुडा खुर्द में आमलकी एकादशी व्रत पूजा संपन्न हुआ
फाल्गुन माह की आमलकी एकादशी व्रत पूजा बागबाहरा वनांचल क्षेत्र के ग्राम बोकरामुडा खुर्द में भक्तों के द्वारा पूजा पास्ट किया गया । माह में दो एकादशी व्रत होते हैं। फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस बारआमलकी एकादशी का व्रत 03 मार्च 2023 को रखा गया है पुजारी ब्रह्मदेव मांझी ने बताया कि ।वैसे तो हिंदू धर्म के अनुसार सभी एकादशियों का काफी महत्व होता है, लेकिन इन सब में आमलकी एकादशी को सर्वोत्तम स्थान पर रखा गया है।आमलकी एकादशी के दिन जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि आंवले का पेड़ भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। आमलकी एकादशी को कुछ लोग आंवला एकादशी या आमली ग्यारस भी कहते हैं। इसे रंगभरी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।
इस प्रकार हर एकादशी व्रत को ग्राम बोकरामुडा खुर्द के श्रद्धालु भक्तों के द्वारा किया जाता है आज आमलकी एकादशी व्रत को भक्तों उपवास रहकरअपने गांव और अपने परिवार की सुख संपति की कामना कर रात भर हरि कीर्तन पुराण सरवन कर पूजा संपन्न क्या गया पुजारी ब्रह्मदेव मांझी, संपत यादव, रोहित मांझी, जगरनाथ मांझी, वृंदावन मांझी, रुद्र मांझी, समिति संचालक सुबन यादव, दिसंबर, अकील, विश्राम, सहदेव माझी, तिलक, भुजबल, इंद्र लाल, जलधार, मुकेश, संतराम, तरुण, रितेश, भुवनेश्वर, मिलन, चेतन, ओसराम, सभापति जनपद पंचायत बागबाहरा मंगलू राम ठाकुर ,और समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे
हेमसागर यादव जी की ख़बर