सरकारी कामकाज मे छत्तीसगढ़ी का एकदिवसीय प्रशिक्षण बेमेतरा कलेक्ट्रेड मे हुआ
कलेक्टर सहित लगभग 100 से अधिक अधिकारीयो एवं कर्मचारीयों ने प्रशिक्षण मे भाग लिए
तथा छत्तीसगढ़ी भाषा मे भी कविता पाठ हुआ
बेमेतरा - छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग रायपुर द्वारा सरकारी कामकाज मे छत्तीसगढ़ी भाषा का उपय़ोग ज्यादा से ज्यादा करने के लिए तथा आम नागरिको को ज्यादा से ज्यादा सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से बेमेतरा जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के उपर दिशा हाल मे दिनांक 14 मार्च 2023 दिन मंगलवार को दोपहर 12 बजे से छत्तीसगढ़ी भाषा का एक दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हुआ जो दोपहर 3 बजे तक चलता रहा उक्त प्रशिक्षण शिविर कलेक्टर समय सीमा के तुरंत बाद हुआ जिसमे बेमेतरा जिला के कलेक्टर,अपर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक सहित समस्त विभागों से लगभग 100 या उससे भी अधिक अधिकारी एवं कर्मचारी गण भाग लिए सर्व प्रथम समस्त अतिथियों ने छत्तीसगढ़ महतारी के पूजन किये तत्पश्चात गायिका सविता साहु , ईश्वर चन्द्राकर एवं उसके साथी दीपांजली वर्मा, डागेश्वरी वर्मा, निधी वर्मा द्वारा राज गीत गाये गये उसके बाद आमंत्रित कवियों के द्वारा छत्तीसगढ़ी मे कविता पाठ किये समस्त कार्यक्रम एवं कवि सम्मेलन का संचालन त्रिपाठी जी द्वारा किया गया
उक्त प्रशिक्षण शिविर मे छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग के सचिव डा. अनिल भतपहरी जी एवं उनके आयोग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे सर्व प्रथम स्वागत भाषण मे भतपहरी जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ राजभाषा का उपयोग ही छत्तीसगढ़ी को बढ़ावा देना है उन्होने आगे कहा कि सरकारी कामकाज मे छत्तीसगढ़ी का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें यही आप सभी से निवेदन है।
कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बेमेतरा कलेक्टर महोदय ने कहा कि ईस प्रकार के प्रशिक्षण से अधिकारियों का छत्तीसगढ़ी भाषा के प्रति झुकाव रहेगा। तथा प्रशिक्षक के रूप मे डा. सुधीर शर्मा जी हिन्दी विभागाध्यक्ष कल्याण कालेज भिलाई ने कहे कि छत्तीसगढ़ी भाषा को सीखना आसान है बोलचाल एवं पत्र व्यवहार मे छत्तीसगढ़ी भाषा का ऊपयोग करना चाहिए अन्य प्रांत के लोग केवल अपनी क्षेत्रीय भाषा का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करते हैं तो यहां क्यों नही। उसके बाद छत्तीसगढ़ी कवि सम्मेलन हुआ कवि सम्मेलन एवं समस्त कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग समन्वयक एवं हास्य व्यंग्य कवि बेमेतरा के रामानन्द त्रिपाठी ने किया
उक्त कार्यक्रम मे सहयोग प्रदान करने एवं छत्तीसगढ़ी भाषा मे कविता पाठ करने के लिए निम्न कवियों ने भाग लिये जिसमे राजेन्द्र पाटकर राष्ट्रपति पुरस्कार शिक्षक, गोकुल बंजारे चंदन गीतकार राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक, छत्तीसगढ़ी वीर रस के कवि ईश्वर साहु आरूग, गीतकार मनोज पाटिल, हास्य कवि मनोज श्रीवास्तव, मनोज पाटिल, नारायण वर्मा,तथा भुवन दास जांगड़े आदि जिसको उपस्थित समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सराहा।