मौसम और बारिश के वजह से किसानों का फसल हुई बर्बाद
आदिवासी क्षेत्र एवं किसानों का खरा सोना कहा जाने वाला फसल महुआ का फूल इन दिनों तेज हवा और बारिश के वजह से महुआ का फुल खराब हो रहा है गांवों एवं जंगली इलाकों में महुआ का फूल अधिक मात्रा से पाया जाता है
ग्रामीण परिवार किसान इस फूल को सहेजने के लिए सुबह से जंगलों में चले जाते हैं किसान फिर इस महुआ फूल को सहेज कर धूप में सुखा देते हैं फिर महुआ का फुल को उचित दामों पर बेचा जाता है व्यापारियों के पास किसानों का यही कहना है कि हमारे 6 महीने का कमाई जोकि दो ही महीने में हो जाता था
फरवरी से मई माह के बीच वही फसल हमारा अब खराब होने की कतार पर है किसानों का यह भी कहना है कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष महुआ का फुल थोड़ा कम है और इधर बारिश तूफान आ रहा है ऐसे में फसल पूरा ही बर्बाद हो जाएगा
हेमसागर यादव जी की खबर