भूपेश सरकार किसानों के धान खरीदी के नाम पर झूठा ढिंढोरा पीट रही है-अनीता ध्रुव
गिरदावरी के नाम पर किसानों के साथ छल, रकबा को किया कम
भूपेश सरकार के 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की घोषणा पर सिहावा विधानसभा क्षेत्र की भाजपा आदिवासी नेत्री एवं जिला पंचायत सदस्य अनीता ध्रुव ने इसे चुनावी लॉलीपाप बताया है। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आता देख, भूपेश सरकार हार के डर से घबरा रही है। उन्हें हार का डर सताने लगा है, इसलिए इस प्रकार के घोषणा का किसानों को लुभा रही है। किसान ऐसे चुनावी घोषणा के झांसे में नहीं आने वाले है। अनीता ध्रुव ने कहा कि अगर भूपेश सरकार को किसानों की चिंता थी, तो इसी साल ही 20 क्विंटल धान खरीदना चाहिए था। किसानों के धान का एक-एक दाना खरीदने का दावा करने वाली भूपेश सरकार धान खरीदी को लेकर पिछले चार सालों में किसानों को परेशान ही किया है। धान खरीदी को लेकर हर वर्ष नए-नए नियम बनाकर किसानों की चिंताए बढ़ाई है। इस वर्ष 2023 में चुनाव है। इसीलिए कांग्रेस ने ऐसी घोषणा कर छलने का काम कर रही है। भाजपा के शासन में किसानों से 18 से 20 किवंटल धान खरीदी की जा रही थी। अनीता ध्रुव ने बताया कि भूपेश सरकार 2660 रूपये में धान खरीदी करने का झूठा ढिंढोरा पीट रही है, जबकि केन्द्र की मोदी सरकार 2140 रूपये मोटा, सरना धान और 2160 रूपए पतला धान का दे रही है। इसमें भी केन्द्र की मोदी सरकार ने इस साल 100 रूपए की बढ़ोत्तरी की है। वहीं भूपेश सरकार शेष राशि राजीव गांधी न्याय योजना के नाम से किस्तों में दे रही है और किसानों से झुठी वाह-वाही लूट रही है। उन्होंने कहा कि आज भूपेश सरकार छल कपट से गिरदावरी के नाम पर किसानों का रकबा कम कर दिया है जिससे किसान परेशान है। प्रदेश के किसान और जनता अब समझ चुकी है। वे अब ऐसे लुभावने वादे में नहीं आने वाली है। आने वाले चुनाव मे इसका जवाब देगी। भाजपा भी आने वाले समय में इस दावे की पोल खोल देगी और किसान विरोधी भूपेश सरकार की मंशा को किसानों व प्रदेश के जनता के सामने रखेगी।