भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या में लगभग सवा लाख दीप जलाकर मनाई गईं खुशियाँ...

भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या में लगभग सवा लाख दीप जलाकर मनाई गईं खुशियाँ...

भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या में लगभग सवा लाख दीप जलाकर मनाई गईं खुशियाँ...

भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या में लगभग सवा लाख दीप जलाकर मनाई गईं खुशियाँ...


भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में सर्व समाज समरसता समिति द्वारा दल्ली राजहरा नगर में भारतीय नववर्ष के दो दिवसीय उत्सव का आयोजन किया गया है| उसी क्रम में आज प्रथम दिवस 21 मार्च को दल्ली राजहरा और चिखलाकसा नगर में लगभग 100 स्थानों पर नियत समय संध्या ठीक 7 बजे भारतमाता की सामूहिक आरती कर प्रत्येक परिवारों से 5 दीपक दान करने का आह्वान किया गया था| समिति द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से एक दिन पूर्व सवा लाख दीपदानो से नगर में भारतीय नववर्ष के अभिनन्दन करने का दावा किया गया था.... 

किन्तु आम नगर वासियों का उत्साह चरम पर था..समिति के अपील का असर कुछ यूँ हुआ की जबरदस्त मौसम की खराबी के बावजूद नगर के लगभग हर घरों में दीपक जलाये गये| इस प्रकार भारतीय नववर्ष के आगमन की ख़ुशी में दल्ली राजहरा नगर दिन में केसरिया ध्वज से सरोबार हुआ तो रात्रि लगभग सवा लाख दीपों के जगमगाहट से प्रकाशित हुआ | 

ज्ञात हो की समिति के द्वारा 100 स्थानों पर नियत समय 07 बजे एक साथ भारत माता की आरती व सवा लाख दीप जलाकर भारतीय नववर्ष का अभिनन्दन करने का योजना बनाया गया था| इसके लिए सभी स्थानों में भारत माता का छाया चित्र फ्रेम कराकर वितरित भी किया गया था|

     
एक बातचीत में समिति के पदाधिकारियों ने नगर के प्रत्येक घरो से पांच दीपक दान कराने के पीछे का उद्देश्य यह बताया की  
यह पांच दीप है मंगल कामना का, मंगल भावना का, मंगल प्रार्थना का, राष्ट्र व धर्म के प्रति सामूहिकता दिखाने का, सकारात्मकता ऊर्जा पैदा करने तथा सद्भाव जगाने का,

देश के प्रति निष्ठा प्रदर्शित करने के ऐसे शुभ अवसर बार बार नहीं आते। इससे पहले भी हमने मंगल वाद्य द्वारा अपनी एक जुटता का प्रदर्शन किया है। समूचे विश्व ने इस कार्य को सराहा है। हमारे इस कार्य ने हाहाकारी आपदा काल में संलग्न सभी कर्मियों के मनोबल को बढ़ाया है , हमें स्वामी विवेकानंद जी के अमरवाणी "गर्व से कहो हम हिन्दू है" की अभिव्यक्ति का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है, इसलिए समिति ऐसी व्यवस्था बनाना चाहती है की हम रहे या न रहे पर भारत माता और सनातन धर्म का वैभव सदा अमर रहे..इसलिए प्रत्येक नगर वासी भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या में प्रति वर्ष ठीक 7 बजे मंगल दीप जलाएं! हो सके तो अपने जिह्वा से यशोगान गीत ”ॐ जय भारत माता” गाकर इस दिवस को और भी मंगल बनाएं।”



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