फील परमार्थम फाउंडेशन सेक्टर 3 भिलाई में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया

फील परमार्थम फाउंडेशन सेक्टर 3 भिलाई में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया

फील परमार्थम फाउंडेशन सेक्टर 3 भिलाई में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया

फील परमार्थम फाउंडेशन सेक्टर 3 भिलाई में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया


फील परमार्थम फाउंडेशन सेक्टर 3 भिलाई में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया जिसमें दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल ने फूलों वाली सुनहरी होली के साथ परमार्थ का आनंद में मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों के साथ फूलों वाली होली खेल कर उनके साथ होली की खुशियां मनाई फाउंडेशन के अमित राज ने सांसद विजय बघेल जी का भव्य स्वागत किया सांसद विजय बघेल ने कहा कि यहां के रग रग में हमारे युवा साथियों के मन में अमित जी के नेतृत्व में जितने भी भाई बहन लगें हुए हैं संस्था के माध्यम से ऐसा मानव सेवा के लिए सभी लगें हुए हैं इस पवित्र प्रांगण में हम सभी फूलों की होली उमंग आनन्द के साथ मना रहे हैं मैं भी इस परमार्थ परिवार से हूं जो लोग अपने घर से भटक गए बिछड़ कर जुदा हो गए जों अपनी सुध-बुध खोकर अपने परिवार के बुढ़े मां बाप भाई बहन को खो दिए हैं ऐसे लोग जो सड़कों पर भटक कर अपने आप को भुल गए थे मैं हूं कौन मैं हूं कहां का मेरी पहचान क्या है मेरा घर कहां है ऐसे सवालों के घेरे में घुमते रहे ऐसे अर्ध विक्षिप्त कुछ विक्षिप्त ऐसे भाई बहनों को सड़क से उठा कर इस सेवा के आश्रम में सेवा के मंदिर में सेवा के आत्मा में उनकी सेवा की ऐसे घाव को देख कर जिसको परिवार के लोग भी घृणा करने लगते हैं ऐसे उनके घाओ को जख्मों को धोया है उनकी बिमारी को दुर किया है कितने लोग प्रफुल्लित मन से उनका फिर से जीवन लौट आया है जो अपना घर ढुंढ रहे थे उन्हें उनका यहां पर घर मिल गया है जो अपना परिवार ढुंढ रहे थे उनका परिवार यहां मिल गया है जो भाई बहन ढुंढ रहे थे वे उनके भाई बहन यहां मिल गया है चाहे दिवाली हो होली हो चाहे राष्ट्रीय पर्व हों हर्षोल्लास के साथ यह पर मनाते हैं 

ऐसे लोगों को नया जीवन दिया है मैं उनको बधाई देता हूं कई ऐसे भी लोग हैं जो स्वस्थ हो कर अपने घर भी चलें गए हैं उनके परिवार के लोग भी यहां आ कर स्वागत सम्मान के साथ अपने घर ले कर चले गए हैं परमार्थ ने जो अपने परिवार से जुदा हो गए थे उनके परिवार में भेज दिया है ऐसे ही उनका सहारा बने जों पढ़ने वाले बच्चों ने अपने खुद के जेब खर्च से आपसी सहयोग से इस घर को आशियाने को सजाया है सेवा के भाव से इस घर को सजाया है जहां प्यार है अपनत्व का भाव से सदभावन से न कोई मजबूरी है 

आज मां बाप से बिछड़ रहे हैं नाराज़ हो रहें मां बाप से रिश्ता टुट रहा है इन लोगों को देख कर ऐसा लगता है अपनों से ज्यादा प्यार यहां इनको मिलता है सतरंगी त्यौहार पर होली के पावन अवसर पर सभी को ढेर सारी बधाई देता हूं आप सभी के जीवन में सात रंगों की तरह हमेशा खुशियां लेकर आए सेवक होने के नाते मैं आप सभी को बधाई शुभकामनाएं देता हूं बुजुर्गों की फरमाइश पर सांसद विजय बघेल जी ने मोर संग चलों गा वाला गीत भी गाए इस अवसर पर अरविन्द खुराना प्रकाश सांवत सहित अन्य फाउंडेशन के गणमान्य लोग उपस्थित रहे

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