नारियों का स्थान वैदिक काल से ही देवी तुल्य है .... द्रोपती साहू
1910 में क्लारा जेटकिन नाम की एक महिला ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बुनियाद रखी थी।एक साल बाद अमरीका की सोशलिस्ट पार्टी ने पहला राष्ट्रीय महिला दिवस मानने का ऐलान किया इसे अंतरराष्ट्रीय बनाने का ख्याल सबसे पहले क्लारा जेटकिन नाम की एक महिला के मन में आया था।क्लारा महिलाओ के हक के लिए आवाज उठाती थी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का सुझाव 1910 में डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में कामकाजी महिलाओं के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में दिया था। उस सम्मेलन 17 देशों से आई 100 महिलाएं शामिल थी और वो एकमत से क्लारा के इस सुझाव पर सहमत हो गई पहला अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस 1911 मे आस्ट्रिया,डेनमार्क ,जर्मनी और स्विटजर्लैंड में मनाया गया ।इसका शताब्दी समारोह 2011 में मनाया गया तो,तकनीकी रूप से इस साल हम 112वा अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने जा रहे हैं।।