डोंडी स्थानक वासी जैन समाज द्वारा महावीर जयंती के मौके पर विशाल शोभायात्रा निकाली गई
इसके बाद जैन भवन में जैन समाज के लोगो ने एक दूसरें को बधाई दी।जैन समाज के अध्यक्ष सुभाष ढेलडिया संचालन समिति अध्यक्ष पिंटू नाहर, पूनम कोठरी, मांगीलाल गुणधर, ने कहा कि मानव भगवान महावीर द्वारा दिए सिद्धांतों पर चलकर अपने आप को पवित्र बना सकता है। जैन धर्म में 24वें तीर्थकर भगवान महावीर का विशेष महत्व है। भगवान महावीर ने अ¨हसा परमो धर्म का एक संदेश समाज को दिया।आज महावीर जयंती मनाई जा रही है. ये जैन धर्म का सबसे बड़ा पर्व है. इसी दिन जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म हुआ था. भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार साल पहले (ईसा से 599 वर्ष पूर्व), वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुण्डलपुर में हुआ था. तीस वर्ष की आयु में भगवान महावीर संसार से विरक्त होकर राज वैभव त्याग दिया और सन्यास धारण कर आत्म कल्याण की पथ पर निकल गए।
भगवान महावीर से मानवसेवा का संदेश दिया था। उनके बताए मार्ग पर चलते हुए जैन महिला मंडल की पार्षद ममता बाघमार,समता संचेती व सदस्यों ने डोंडी स्थित मथाई अस्पताल में मरीजों को फल और मिठाइयों का वितरण किया।
प्रतिवर्ष भांति जैन समाज डौंडी द्वारा इस वर्ष भी सभी सदस्य अपना व्यवसाय पूरी तरह बंद रख संपूर्ण समय जैन भवन में दिए सुबह प्रार्थना के बाद शोभा यात्रा निकाली गई जिसमे बूंदी प्रसाद वितरण किया गया तत्पश्चात भोजन के बाद मुख्य मार्ग पर शरबत वितरण व दोपहर में महिला मंडल के द्वारा जैनभक्तिमय कार्यक्रम रखा गया था जिसमें अध्यक्ष ललिता गुणधर उनकी पूरी टीम शामिल थी। समस्त कार्यक्रम में महिला मंडल , नवयुवक मंडल, सहित जैन समाज के समस्त सदस्य उपस्थित थे।
श्री ओम गोलछा जी की खबर