डॉ. प्रतीक उमरे ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन से दुर्ग शहर के वाटर एटीएम के देखरेख का ठेका लेने वाली संबंधित ठेका कंपनी पर कार्यवाही की मांग की
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन से दुर्ग शहर के वाटर एटीएम के देखरेख का ठेका लेने वाली संबंधित ठेका कंपनी पर कार्यवाही की मांग किया है।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने उन्हें बताया कि दुर्ग शहर के सार्वजनिक स्थानों पर आने जाने वाले लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में 13 स्थानों पर वाटर एटीएम लगाया गया था।जिसमें दुर्ग के राजेंद्र पार्क,जवाहर नगर,हरि नगर,नगर निगम दुर्ग के सामने,इंदिरा मार्केट,धमधा नाका सब्जी मंडी,शीतला बाजार,जिला अस्पताल,जिला कलेक्ट्रेट,जिला न्यायालय,जिला पंचायत सहित अन्य स्थान शामिल है।गर्मी के दिनों में ही नहीं अन्य मौसम में भी लोगों को पेयजल की उपलब्धता बनी रही इसे ध्यान में रखते हुए निगम क्षेत्र में वाटर एटीएम बनाया गया था।प्रत्येक वाटर एटीएम की लागत आठ लाख 36 हजार रुपये थी।लेकिन वाटर एटीएम बंद होने से इसका लाभ जरूरतमंद लोगों को नहीं मिल पा रहा है।जबकि वाटर एटीएम बंद रहने की स्थिति में नियमानुसार संबंधित ठेका कंपनी पर पेनाल्टी वसूलने का प्रावधान है।लेकिन दुर्ग नगर निगम के अधिकारियों द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया।कलेक्टोरेट व जिला न्यायालय में रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं।वाटर एटीएम बंद होने की वजह से लोगों को बाहर से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।इसके पूर्व दुर्ग निगम क्षेत्र में गर्मी के दिनों में लोगों की प्यास बुझाने जल कमल कलश की स्थापना की गई थी।शहर में करीब दर्जनभर स्थानों पर इसे स्थापित किया गया था।प्रत्येक कमल कलश की लागत एक लाख रुपये थी।वर्तमान में अधिकांश कमल कलश टूट कर खराब और बंद हो गए।जिसके संधारण के विषय में भी नगर निगम बेपरवाह है।