पूर्व निर्मित बाउंड्रीवाल की दीवाल को उच्च कार्यालय के बिना अनुमति के तोड़कर अवैध दुकानों का निर्माण किये जाने का ,पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने विरोध किया

पूर्व निर्मित बाउंड्रीवाल की दीवाल को उच्च कार्यालय के बिना अनुमति के तोड़कर अवैध दुकानों का निर्माण किये जाने का ,पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने विरोध किया

पूर्व निर्मित बाउंड्रीवाल की दीवाल को उच्च कार्यालय के बिना अनुमति के तोड़कर अवैध दुकानों का निर्माण किये जाने का ,पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने विरोध किया

पूर्व निर्मित बाउंड्रीवाल की दीवाल को उच्च कार्यालय के बिना अनुमति के तोड़कर अवैध दुकानों का निर्माण किये जाने का ,पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने विरोध किया


कुसुमकसा - प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित कुसुमकसा के कार्यालय भवन में कुछ वर्ष पूर्व निर्मित बाउंड्रीवाल की दीवाल को उच्च कार्यालय के बिना अनुमति के तोड़कर अवैध दुकानों का निर्माण किये जाने का ,पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने विरोध किया तो वही ग्राम पंचायत कुसुमकसा द्वारा ग्रामसभा का प्रस्ताव के साथ अतिरिक्त तहसीलदार दल्लीराजहरा को 25 नवम्बर को आवेदन देकर उक्त अवैध निर्माण को तोड़ने हेतु आवेदन भी दिया तो वही अनुविभागीय अधिकारी( राजस्व) दल्लीराजहरा कार्यालय में 6 दिसम्बर 2022 को आवेदन देकर ग्राम पंचायत कुसुमकसा में 3 दिसम्बर को आयोजित ग्राम सभा में प्रस्ताव क्रमांक 2 में उक्त स्थल एवं निर्मित भवन को ग्राम पंचायत की सम्पति के रूप में अधिग्रहण करने की कार्यवाही हेतु सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव की कॉपी के साथ दिया गया 
 
आवेदन देने के लगभग चार माह बाद भी कोई नतीजा नही आया है जबकि उक्त जगह से लगे शासकीय जमीन पर शासकीय अस्पताल निर्माण हेतु ग्रामीणों व पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों ने आरक्षित रखा था उक्त स्थल पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के 19 सितम्बर को भेंट मुलाकात के कार्यक्रम में कुसुमकसा पहुंचे थे व कुसुमकसा में 20 बिस्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की खोलने की घोषणा के अनुरूप ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण कराने की बात कह रहे है  

प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित कुसुमकसा के भवन के बाहर शासकीय मद से बाउंड्रीवाल का निर्माण कुछ साल पहले हुआ था किंतु बाउंड्रीवाल को उच्चाधिकारियों के बिना अनुमति तोड़कर शासकीय सम्पति के नुकसान पहुंचाया गया है जबकि शासकीय मद से निर्मित भवन ,शाला भवन ,कलामंच या अन्य भवन जो जीर्णशीर्ण होने के बाद भी उसको तोड़ने के लिए उच्चाधिकारियों से लिखित में सहमति लेनी पड़ती है किंतु उक्त भवन के बाउंड्रीवाल को बिना सहमति के तोड़ने के बाद भी ,तोड़ने वालों पर वन विभाग व प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही ना करना शासन के नियमो को ठेंगा दिखाना प्रतीत हो रहा है या आलाधिकारियों ने मौन स्वीकृति प्रदान कर दी है इसलिए कोई कार्यवाही नही हो रही है 

 उक्त अवैध दुकान निर्माण किसके सरंक्षण बन रहा है ,पगड़ीधारक बड़े आदमी कौन है , वही वन विभाग भी कुछ महीनों पूर्व निर्मित बाउंड्रीवाल को तोड़कर अवैध दुकान निर्माण कराने पर गम्भीर नजर नही आ रहा है

  
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत की उक्त जमीन जिस पर प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित कुसुमकसा का कार्यालय है उस जमीन पर उक्त समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने बाउंड्रीवाल के अंदर समिति के उपयोग हेतु स्टोर रूम ,शौचालय व दुकान निर्माण के लिए पगड़ी धारक को देने की जानकारी देते हुए निर्माण के समस्त खर्च पगड़ीधारक स्वयं के खर्च से बाउंड्रीवाल के अंदर उक्त निर्माण कार्य कराकर दुकान संचालित करेगा व दुकान का किराया 500 रुपये प्रतिमाह समिति में जमा करेगा तथा पांच साल बाद 10 प्रतिशत किराए में वृद्धि किये जाने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव किये जाने का उल्लेख है किंतु शासकीय मद से निर्मित बाउंड्रीवाल को उच्चधिकारियों के बिना अनुमति के तोड़ना शासकीय सम्पत्ति का नुकसान करना प्रतीत हो रहा है ,

ग्राम पंचायत कुसुमकसा की उक्त जमीन जिसमे प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित का भवन निर्माण हेतु पूर्व में जमीन आबंटित किया गया था जिसमे उक्त समिति का भवन शासकीय मद से बना था उक्त शासकीय जमीन पर समिति के पदाधिकारियों द्वारा किसी निजी आदमी (पगड़ीधारक ) को बिना ग्राम पंचायत के अनुमति निर्माण कार्य कराने के लिए प्रस्ताव लेकर निर्माण कार्य चालू कराना अनुचित प्रतीत हो रहा है ,वन विभाग के आला अधिकारी बाउंड्रीवाल को तोड़ने पर किया कार्यवाही करते है ,या अवैध दुकान निर्माण कराने के लिए वन विभाग के आलाधिकारीयो की मौन स्वीकृति है कि शासकीय भवन के शासकीय मद से निर्मित बाउंड्रीवाल को बिना अनुमति के तोड़ने व वहां अवैध दुकान निर्माण कराने की छूट दे दी है ,ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है वन विभाग के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहा है 


कुसुमकसा के ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित कुसुमकसा में कुसुमकसा के कोई भी ग्रामीण सदस्य नही है , उक्त समिति के कार्यालय भवन का भी कोई ज्यादा उपयोग नही होता है , वही कार्यालय के बाहर काफी जगह छोड़कर बाउंड्रीवाल किया गया है जिस जगह का भी कोई उपयोग नही दिखता उक्त भवन के समीप की जगह शासकीय अस्पताल के लिए आरक्षित है ,उक्त जगह कुसुमकसा सहित आसपास के ग्रामीणों के उपचार के लिये खुलने वाले 20 बिस्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन के लिए उपयुक्त जगह है,प्राथमिक लघु वनोपज समिति के कार्यालय को अन्यंत्र स्थानांतरित कर समस्त जगह को पंचायत के अधीन कर अस्पताल निर्माण के लिये करने पर अस्पताल के स्टाफ क्वार्टर व वाहन पार्किंग की जगह बन जाएगी  

योगेंद्र श्रीवास अनुविभागीय अधिकारी( राजस्व ) दल्लीराजहरा ने हरिभूमि को बताया कि उक्त निर्माण के सम्बंध में वन विभाग से जानकारी मंगाने की बात कही  

 जैन वनमण्डलाधिकारी बालोद ने बताया कि प्राथमिक लघु वनोपज समिति कुसुमकसा को वन विभाग से किसी भी प्रकार के निर्माण की अनुमति नही दी गयी है ,उक्त निर्माण के जांच कराने की बात कही।



श्री ओम गोलछा जी की खबर 

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