नरवा गरवा घुरवा बाड़ी पर करोड़ों रूपए खर्च, लेकिन हालत बद से बदतर: शमशुल आलम (जिलाध्यक्ष जोगी कांग्रेस)
गौठानों में नहीं चारे-पानी की व्यवस्थाएं गौठानों में हुए भ्रष्टाचार की खोलेंगे पोल साथ ही साथ रोका छेका अभियान भी फेल: शमशुल आलम (जिलाध्यक्ष जोगी कांग्रेस)
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) - प्रदेश में गौठानों की हालत बद से बदतर है। जिले के कई गांव में गौठानों में गायों के लिए पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है। भूपेश सरकार ने नरवा गरवा घुरवा बाड़ी पर करोड़ों रूपए खर्च कर दिए, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। इस मामले को लेकर जोगी कांग्रेस जिलाध्यक्ष शमशुल आलम ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार पर कई सवाल दागे। बघेल साहब अन्य राज्यों में जाकर चुनाव में गौठानों के नाम वोट मांगते हैं, लेकिन आलम यह है कि गौठानों में गायों के लिए पीने का पानी चारा और भी व्यवस्थाएं उपलब्ध नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र में ही देखें तो हकीकत समझ आ जाएगी। जहां रोड पर बड़ी संख्या में गाय मिल जाएंगी। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कि प्रदेश के मुखिया के क्षेत्र का यह हाल है तो पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा?
गौठान बिरान पड़े हैं, लेकिन कोई ध्यान देने वाला नहीं है। गायों ने अपना बसेरा सड़कों पर बना लिया है। जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं, जिसमें गायों के साथ-साथ जन हानि भी हो रही है। सरकार की यह योजना जमीनी स्तर पर फेल साबित हो रही है। भूपेश सरकार ने गौठानों के माध्यम से भ्रष्टाचार के लिए एक नया रास्ता खोल लिया है साथ ही साथ रोका छेका अभियान भी पूरी तरह से फेल हो गया है आए दिन दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है साथ ही साथ मवेशी सुरक्षित भी नहीं है
निरक्षण कर पूरी तरह इस घोटाले और वादा खिलाफी का जनता के सामने पर्दाफाश किया जाएगा।