बेरोजगारों ने "भत्ता नहीं रोजगार चाहिए" कह धरना दिया और निकाली अर्थी रैली तो कांग्रेस ने बौखलाकर किया लाठी चार्ज - दीपक आरदे (लोकसभा सचिव आप)
बेरोजगारों को ठगा तो पहले भाजपा की सरकार गई और अब कांग्रेस सरकार के दिन, पूरे जाने के दिन करीब - पंकज जैन (आप युवा नेता)
बालोद - आम आदमी पार्टी के लोकसभा सचिव दीपक आरदे ने कहा कि सरकार आरक्षण मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, यह कहकर भर्ती रोक रखी है, जिससे युवा शासकीय नौकरी से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लाठीचार्ज में घायल युवा आरक्षण सहित अपनी 5 सूत्रीय जायज मांगों को लेकर शांतिपूर्ण धरने पर थे, लेकिन उन बेरोजगार युवाओं को क्या पता था कि भाजपा के कुशासन के बाद जिस भरोसे के साथ युवाओं ने प्रचंड मतों से जिस कांग्रेस पार्टी को जिताया था वो उनके साथ इस तरह से विश्वासघात करेगी।
दरअसल, "भत्ता नहीं रोजगार चाहिए" नारे के साथ राजधानी में प्रदेशभर से जुटे बेरोजगारों ने प्रदेश सरकार की अर्थी रैली निकाली तो इंडोर स्टेडियम के सामने पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झूमा झटकी हुई। छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड और बीएड के बैनर तले बेरोजगार संघ ने धरना प्रदर्शन किया। नौकरी के लिए नोटिफिकेशन जारी करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे बेरोजगारों के खिलाफ पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए धरना स्थल को खाली करा दिया।
लोकसभा सचिव दीपक आरदे ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने आरक्षण मामले को हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में लंबित बताकर पिछले एक साल से शिक्षक सहित समस्त विभाग की भर्तियां रोक रखी है जिसकी वजह से शैक्षणिक और शासकीय नौकरी से बेरोजगार युवक वंचित हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने आरक्षण मामले को हाईकोर्टव सुप्रीम कोर्ट में लंबित बताकर पिछले एक साल से शिक्षक सहित समस्त विभाग की भर्तियां रोक रखी है। आरक्षण का हवाला देकर शिक्षक, व्यायाम शिक्षक छात्रावास अधीक्षक, एडीओ, लाइब्रेरियन पटवारी, सहकारित जैसे बड़े बड़े विभागों में नियुक्तियां ठंडे बस्ते में डाल दी गयी है। प्रदेश में लाखों की संख्या में पद रिक्त है, जिसमें भर्ती का इंतजार छत्तीसगढ़ का युवा बेरोजगार पिछले एक साल से कर रहा है।
आप युवा नेता पंकज जैन ने आगे कहा कि सत्ता में आने के लिए इन बेरोजगार युवाओं से कांग्रेस ने कई वादे किए थे, जो जन घोषणा पत्र के माध्यम से जनता और युवाओं से किए थे और अब वो ही वादा पूरा न कर पाने में असमर्थता जता पल्ला झाड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने 2022 तक लगभग 1 लाख 78 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियां दे चुकी है और पंजाब सरकार पिछले एक साल में लगभग 26 हज़ार युवाओं को नौकरियां दे चुकी हैं, जो हमारा चुनावी वादा था। क्या छत्तीसगढ़ में वैसा नहीं होना चाहिए था?
पहले भाजपा ने 15 साल तक युवाओं को ठगा और अब पहले तीन साल और अब पूरे 4 साल से युवाओं के साथ छल कर रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी चाहती है कि सभी शासकीय भर्ती को जल्द से जल्द जारी करने और आरक्षण की वजह से युवाओं को हुए नुकसान की भरपाई, पिछले चार साल का बेरोजगारी भत्ता देकर जल्द-जल्द पूरी की जानी चाहिए।