रोड निर्माण के बाद सड़क किनारे में मुरूम नहीं डालने से वाहन चालकों को हो रही परेशानी
और वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण इलाकों की सड़कों की बात करें तो जो डौंडी से घोटिया आदमाबाद का सड़क निर्माण लगभग ₹80 लाख की लागत से हो रहा है उसमें भी ग्राम पचेड़ा में सांत्वना दी गई है लेकिन यह सड़क जमीन के अंदर धंस गई है और कुछ दिन बाद यहां सिर्फ जमीन ही नजर आएगी सड़क के नाम में कुछ नहीं रहेगा और यह सड़क भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है जिससे कि ग्राम पचेड़ा के ग्राम वासियों में रोष व्याप्त है वनांचल ग्राम पचेड़ा के चमारसिंह, खिलावन निषाद,जागेश्वर कोड़ों, ने बताया कि यह सड़क बनने के कुछ ही दिन बाद सड़क जमीन के अंदर हंसने लगी थी और आज की तारीख में यह सड़क जमीन के अंदर धंस चुकी है और लगभग 1 फीट का गहरा गड्ढा हो चुका है ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण ठेकेदार द्वारा इस सड़क को लापरवाही पूर्वक बनाया जा रहा है और तो और शासन के मापदंडों का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है जिससे कि यह सड़क गुणवत्ताहीन हो चुकी है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क को अभी 15 दिन भी नहीं हुए और यह सड़क अभी से धसने लगी। पूर्व भी नवभारत द्वारा इस सड़क की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए गए थे अब तक तो डौंडी ब्लाक मुख्यालय में ही पुल धसने की शिकायत आई थी अब तो वनांचल एवं ग्रामीण क्षेत्रों से भी इस तरह की खबर निकल कर सामने आने लगी है। कुछ महीनों पूर्व छत्तीसगढ़ के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आगमन ग्राम पटेली में होना था उस समय तत्काल आनन-फानन में इस सड़क का निर्माण करवाया गया था क्योंकि उच्च अधिकारियों का भी इसी सड़क मार्ग से आना जाना लगा हुआ था इसलिए ठेकेदार कन्हैयालाल अग्रवाल द्वारा इस सड़क का निर्माण लापरवाही पूर्वक कराया था जो आज भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है सबसे बड़ी बात यह है कि सड़क निर्माण कार्य को 15 दिन भी नही हुए और सड़क धंसने लगी ।
नवभारत द्वारा इसके पूर्व ही सड़क की गुणवत्ता को लेकर विभाग का ध्यान आकर्षित कराया गया था लेकिन विभाग द्वारा आज तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई उस ठेकेदार पर नहीं की गई अब बात यहां आती है क्या संबंधित विभाग की सांठगांठ यह भ्रष्टाचार का खेल फल फूल रहा है ।
श्री अमित गुप्ता जी की खबर