अंतिम छोर पर रहने की सजा या उपेक्षा: चातुरी डिग्रीलाल नंद

अंतिम छोर पर रहने की सजा या उपेक्षा: चातुरी डिग्रीलाल नंद

अंतिम छोर पर रहने की सजा या उपेक्षा: चातुरी डिग्रीलाल नंद

अंतिम छोर पर रहने की सजा या उपेक्षा: चातुरी डिग्रीलाल नंद


सरायपाली : सरायपाली विधानसभा का एक ऐसा ग्राम जो विधानसभा का अंतिम छोर है वहां के बच्चे आज शिक्षा से वंचित हो रहे है क्योंकि ना तो वहा आंगनबाड़ी केंद्र है और ना ही प्रायमरी स्कूल है | 

छत्तीसगढ़ चौहान सेना की प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती चातुरी डिग्रीलाल नंद ग्राम भ्रमण एवम सदस्यता अभियान के दौरान ग्रामपंचायत (समदरहा ) पतेरापाली के आश्रित ग्राम बम्हानीद्वार पहुंची तो उन्हे ग्रामीणों ने बताया कि उनके बच्चे सुविधा के अभाव में शिक्षा से वंचित हो रहे है बच्चो की यह दशा उनके लिए एक अंतिम छोर मे रहने की सजा है कि उपेक्षा | 

जहा राज्य में सर्व शिक्षा अभियान के तहत बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ जैसे नारे दिए जाते हैं वहां कहना गलत नही होगा की बेटी कैसे पढ़ेगी जब बम्हनीद्वार में ना तो स्कूल है और ना ही आंगनबाड़ी केंद्र | पालक चिंतित हैं कि वो किस प्रकार से बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराएं |

बच्चो का भविष्य अंधकारमय है पालकों में रोष व्याप्त है पालकों ने श्रीमती नंद जी से शिकायत करते हुवे कहा की हमारे बच्चे मूलभूत शिक्षा से वंचित हो रहे हैं इसका जिम्मेदार आखिर कौन है श्रीमती चातुरी डिग्रीलाल नंद ने उन्हे आश्वस्त किया और कहा की वे ग्राम की इस समस्या को लेकर अनुविभागी अधिकारियों सरायपाली एवम महिलाबाल विकास अधिकारी से बात करेंगे और ग्राम की समस्या का समाधान करेंगी 

श्रीमती चातुरी डिग्रीलाल नंद के साथ प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष उदय लाल चौहान संस्थापक शशिकांत चौहान युगलकिशोर चौहान उसत राम चौहान दासरथी चौहान आदि उपस्थित रहे।

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