बीजेपी के चलबो गौठान खोलबो पोल अभियान में मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के लोहरसी सोन में गोठनों में भारी अनियमितता

बीजेपी के चलबो गौठान खोलबो पोल अभियान में मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के लोहरसी सोन में गोठनों में भारी अनियमितता

बीजेपी के चलबो गौठान खोलबो पोल अभियान में मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के लोहरसी सोन में गोठनों में भारी अनियमितता

बीजेपी के चलबो गौठान खोलबो पोल अभियान में मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के लोहरसी सोन में गोठनों में भारी अनियमितता


बिलासपुर। बीजेपी के चलबो गौठान खोलबो पोल अभियान में मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के लोहरसी सोन में गोठनों में भारी अनियमितता सामने आया है। पिछले साल से स्वसहायता समूह को गोबर खरीदी का भुगतान नहीं किया गया है। निरीक्षण में बड़ा घोटाला होना सामने आया है।
 
प्रदेश भाजपा के प्रदेश सहसंयोजक व्यापारी प्रकोष्ठ एवं लोहरसी मंडल प्रभारी चंद्रप्रकाश छाबड़ा ने मंडल महामंत्री राम निवास साहू, आंनद राम साहू, धनीराम साहू, राजकुमार सेन सहित अन्य कार्यकर्ताओ के साथ चलबो गौठान खोलबो पोल अभियान के तहत लोहरसी सोन, बोहर डीह व केवटा डीह भूतहा के गौठान का निरक्षण किया गया। 

निरीक्षण में लोहरसी सोन के मॉडल गौठान में भारी अव्यवस्था दिखाई दिया। लगभग 84 लाख के लागत से बने इस गौठान में ग्रीननेट लगा कर मवेशियों को रखने शेड बनाया गया जो कि पूरी तरह से उजड़ गया है। पानी के लिए तीन बोर किया गया किन्तु एक बूंद पानी नही है। पम्प गायब हो गया है। बर्मिकम्पोज खाद के लिये बनाया गया टैंक क्षतिग्रस्त है। खाद बनाने का काम करने वाली महिला कविता साहू, सुकृता साहू, सरोजनी, गौरी व समूह के अन्य सदस्यों ने बताया कि पिछले वर्ष खाद का 32 हजार रुपए मिला था। 

इसमें समूह के 12 सदस्यों का हिस्सा है। एक प्रकार से महिलाएं यहाँ 7 रु दैनिक मजदूरी में काम कर रही है। भूपेश सरकार के गांव की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के दावों की पोल खोल दी है। गौठान में एक भी मवेशी नही है किंतु इनके नाम पर हजारों रुपये का पैरा खरीदी किया गया है। इसी प्रकार बोहर डीह में मुर्गी, बतख पालन करने शेड बनाया गया है किन्तु दरवाजा गायब है। केवटा डीह भूतहा गौठान खाद बनने वाली महिला समूह के सदस्य सुकृता साहू, रूखमणी पटेल, सुलोचनी पटेल, उत्तरी पटेल एवं अन्य ने बताया कि पिछले वर्ष का खाद पंचायत भवन में रखा है। कोई पैसा नही मिला है।

इस वर्ष समूह ने स्वयं के 13000 रुपये से गोबर खरीदी किये है। शासन से एक रुपये भी पिछले दो वर्ष से नही मिला है। इससे गांव वालों को कोई लाभ नही मिला है। जांच में इस क्षेत्र में बिहार के चारा घोटाले से भी बड़ा घोटाला होना प्रतीत हो रहा है।

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