उषा लवली शिक्षण सोसायटी द्वारा रक्तदान एवं बच्चों के बौद्धिक शिक्षा के साथ मनाई गई मातृ दिवस
मां जिसमें हजारों तकलीफ सहने का क्षमता जो भगवान का दूसरा रूप है मातृ दिवस के अवसर पर ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों के साथ मनाया गया मातृ दिवस समाज में प्रत्येक छोटी-छोटी कार्यक्रमों को बच्चों एवं महिलाओं के साथ प्रसन्नता पूर्वक मनाना एवं महिलाओं एवं बच्चों को बौद्धिक शिक्षा देना उषा लवली शिक्षा सोसायटी अपने कार्य में निरंतर है मातृ दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को माता की सम्मान और हमारे जीवन में मां का क्या अस्तित्व है यह बताते हुए गुरु के समान मां का चरण धोकर आरती एवं आशीर्वाद लेकर केक सेलिब्रेशन किया गया दूसरी ओर जीवन का दूसरा नाम रक्तदान है संस्था के सदस्य सरोजिनी नवरंग रक्तदान कर किसी जिंदगी को जीवनदान दिया गया संस्था की संचालिका श्रीमती जमुना मालाकार इस कार्य को सराहना दी साथ में बच्चों द्वारा धन्यवाद दिया गया बौद्धिक शिक्षा के रूप में ऐसे कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला और मां को समर्पित कविता गाकर मां को संदेश दिए जगत जननी मां, दुख हरणी मां, कष्ट निवारणी मां, इस संसार में तूने मुझे नया जीवन देकर इस काबिल बनाया की तेरे चरणों में आशीष झुकाते हैं तेरे बच्चे, संस्था हमेशा महिलाओं एवं बच्चों के बौद्धिक शिक्षा के लिए हमेशा कोशिश करती हैं और आगे करती रहेगी महिलाओं को स्वरोजगार तो बना ही रही है उसके साथ साथ बच्चों की मानसिकता एवं योग्यता के अनुसार शिक्षा भी प्रदान कर रही है आज डिजिटल दुनिया में भूलते जा रहे हैं कि माता पिता का स्थान क्या है और संस्था हमेशा अपने कार्यों में निरंतर लगातार समाज में संदेश दे रही है कार्यक्रमों के माध्यम से इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वामिनी लाइफ प्राइवेट लिमिटेड से राजू कुमार , त्रिभुवन साहू, अंगूरी राज, खिलेश्वर कुमार, महेंद्र कुमार, राज मालाकार आदि सहयोग दे रहे हैं संस्था हमेशा आभार व्यक्त करती है