जीवन मे सफलता का आधार - एकाग्रता: ब्रह्माकुमारी संतोषी दीदी
सफल विद्यार्थी जीवन और उसके बाद सफल व्यक्तित्व बनाने के लिए बुद्धि शक्ति, स्मरण शक्ति, धन की शक्ति, आत्मविश्वास आदि सभी बातें ठीक है किंतु इन सभी को पाने के लिए एक और गुण चाहिए वह है एकाग्रता। उपरोक्त वक्तव्य पूज्य सिंधी पंचायत आजाद नगर में आयोजित समर कैंप कार्यक्रम में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय स्थानीय शाखा टेलिफोन एक्सचेंज रोड से ब्रह्माकुमारी संतोषी दीदी ने बच्चों को बताया कि जिस प्रकार सूर्य की किरणें हम सभी को मिलती हैं जिससे पूरे विश्व की गतिविधियां चलती है लेकिन इन्हीं सूर्य की किरणों को एकाग्र किया जाए तो यह सौर ऊर्जा के रूप में बदल जाती है इसी सौर ऊर्जा से पानी गर्म कर सकते हैं। भोजन बना सकते हैं। बिजली उत्पन्न कर सकते हैं। उसी प्रकार एकाग्रता अर्थात मन और बुद्धि की स्थिरता किसी एक विषय और लक्ष्य पर मन बुद्धि निरंतर लगे रहे। मन के विचार उसी विषय की ओर चले बुद्धि में भी उसका चित्र बना रहे। एकाग्रता से ग्रहण शक्ति बढ़ जाती है जिससे कोई भी विषय सरल हो जाता है।पढ़ाई में एकाग्रता के गुण का बहुत महत्व है। आप कितना समय पढ़ाई करते हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन आप कितना समय एकाग्र रहते हैं यह महत्वपूर्ण है। अगर पूरी रीति एकाग्र होकर पढ़ाई करते हैं वह कम समय और कम मेहनत में भी बहुत अच्छी पढ़ाई कर सकते है। एकाग्रता से हमारी स्मरण शक्ति बढ़ती है। दीदी एकाग्रता से होने वाले लाभ को बताते हुए कहा कि कम समय में प्राप्ति ज्यादा होती है पढ़ाई में अच्छे नंबर आते हैं। कार्यकुशलता बढ़ती है। मेहनत कम लगती है। लक्षण की ओर अग्रसर होते हैं। एकाग्रता को बढ़ाने की कई विधियां बच्चों को बताई गई। जिसमें दिनचर्या निर्धारित करके उसी अनुसार चलना चाहिए। टीवी कम देखे व मोबाइल कम उपयोग करे। व्यर्थ बातों में समय नहीं गवाये।अच्छी किताबें पढ़े। सवेरे उठकर मेडिटेशन अवश्य करें साथ मे ओम की ध्वनि करें। एकाग्रता को बढ़ाने के लिए बच्चो को एक्टिविटी कराया गया। रूखमणी दीदी ने मन और बुद्धि को एकाग्र करने के लिए मेडिटेशन कराया एवं कार्यक्रम के अंत में एरोबिक्स कराया गया।