डौण्डीलोहारा:- 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का थीम मानवता के लिए योग :- डॉ लीनासाहू
भारत में योग का इतिहास लगभग 5000 साल पुराना है. मानसिक, शारीरिक एवं अध्यात्म के रूप में लोग प्राचीन काल से ही इसका अभ्यास करते आ रहे हैं. भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के निर्देशानुसार राष्ट्रीय सेवा योजना बालोद जिला संगठक डॉ लीनासाहू ने बताया कि इस साल 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है जिसकी थीम 'मानवता' (Humanity) है। इस थीम को आयुष मंत्रालय द्वारा चुना गया है। गुजरे सालों में योग दिवस की थीम थीं 'हृदय के लिए योग','शांति के लिए योग',घर पर योग और परिवार के साथ योग। योग एक ऐसी सुलभ एवं प्राकृतिक पद्धति है जिससे स्वस्थ मन एवं शरीर के साथ अनेक आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं। उन्होने सभी रासेयो स्वयंसेवकों को योग क लाभ बताने के साथ उनसे नियमित तौर पर, परिवार के साथ योगा करने को कहा जिससे कि योगा की सकारात्मक ऊर्जा का सर्वदिशा में प्रसार हो सके।
शासकीय एकलव्य महाविद्यालय डौंडीलोहारा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई कार्यक्रम अधिकारी श्री पुरुषोत्तम भुआर्य ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य योग का अभ्यास करने के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को अपने दैनिक जीवन के एक भाग के रूप में इसे अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है. प्रत्येक योग गतिविधि लचीलापन, ताकत, शारीरीक, मानसिक और भावनात्मक संतुलन में सुधार की कुंजी है। एकलव्य महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के बैनर में कार्यक्रम अधिकारी श्री पुरुषोत्तम भुआर्य के मार्गदर्शन में वरिष्ठ स्वयंसेवक धनेश साहू व स्वयं सेविका ओमिता यादव के नेतृत्व में योग किया जाएगा।