तंबाकू, सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, खैनी यह ह्रदय के जबरदस्त दुश्मन - बीके कांता दीदी
04 जून 2023। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मुख्य शाखा टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन एवं सिरगिट्टी शाखा के संयुक्त तत्वाधान में नया बस स्टैंड में नशा मुक्त भारत अभियान एवं निजात के तहत एक जन जागरूकता अभियान चलाया गया। ब्रह्माकुमारीज़ सिरगिट्टी सेवाकेंद्र की प्रभारी बीके कांता दीदी ने कहा की बहुत से लोग कहते हैं जब हमें गुस्सा आने लगता है तो गुटखा, खैनी, बीड़ी, सिगरेट आदि तंबाकू वाली वस्तुओं का सेवन करने से हमारा गुस्सा कम हो जाता है। गुस्सा प्राकृतिक नहीं होता गुस्से का बुरा प्रभाव हमारे हृदय पर पड़ता है। तंबाकू सिगरेट बीड़ी गुटखा खैनी यह तो ह्रदय के और भी जबरदस्त दुश्मन है। लोगों का यह भी मानना है कि तनाव को कम करने के लिए नशे का सेवन करते हैं।
जबकि तंबाकू के अंदर एक पदार्थ होता है जिसे निकोटीन कहते हैं। जिसके द्वारा थोड़ी देर के लिए ऐसा लगता है कि टेंशन कम गया है। परंतु आपको सत्य जानकर हैरानी होगी कि निकोटिन कोरोनरी आर्टरी को सिकुड़ देता है। इसी कोरोनरी आर्टरी के द्वारा ह्रदय मांसपेशियों को ऑक्सीजन और ग्लूकोस पहुंचाया जाता है। इस समय ही हृदय को अपनी मांसपेशियों के लिए अधिक रक्त चाहिए और इसी समय इसको रक्त पहुंचाने वाली कोरोनरी आर्टरी सिकुड़ जाए और ह्रदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन ग्लूकोस तथा अन्य पदार्थ ना पहुंचे तो आप समझ सकते हैं यह नतीजा क्या होगा? यह तो ऐसे ही हुआ जैसे कि कोई अधिक काम करें और उसे अधिक ऑक्सीजन और भोजन की जरूरत हो पर हम उसे हवा खाना पानी ना देकर उसका गला घोट दें तो महापाप कहा जाएगा। सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, खैनी किसी भी रूप में लिया जाने वाला तंबाकू भी यही काम करता है।
मुख्य सेवाकेंद्र राजयोग भवन से बीके संतोषी दीदी ने बताया कि ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा सिखाये जा रहे राजयोग के अभ्यास द्वारा गुस्सा, छोटी-छोटी बातों में टेंशन, तनाव, घबराहट, चिंता, बेचैनी से मुक्त हो सकते हैं क्योंकि नशा करने के कारण भी यही तनाव, चिंता,बुरे संग के प्रभाव में आना, आदि है। जब ये कारण ही नही होंगे तो व्यक्ति नशे ही नही करेगा और इससे नशे से मुक्त जो जाएगा।