और कितने लोगों के मरने का इंतजार कर रही है जिला प्रशासन?- डॉ. प्रतीक उमरे
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने पूछा कि दुर्ग जिला प्रशासन और कितने लोगों के मरने का इंतजार कर रही है जो इतने हादसों के बाद भी पोटिया स्थित शराब दुकान को हटाया नहीं जा रहा है।सड़क के करीब होने के चलते आए दिन हादसे हो रहे है,कई बार मांग करने के बावजूद इसे प्रशासन द्वारा नहीं हटाना समझ से परे है।बेवजह लोग हादसे का शिकार हो रहे है,लोगों की जानें जा रही है लेकिन दुर्ग जिला प्रशासन कुम्भकरणी नींद में सोया हुआ है। आवासीय बस्तियां हैं इस मार्ग से रोजाना बड़ी संख्या में महिलाएं गुजरती हैं।शराब दुकान में मौजूद नशे में रहने वाले व्यक्ति उन पर छींटाकशी कर रहे हैं,दुकानों की वजह से महिलाओं व युवतियों का इसके आसपास से गुजरना मुश्किल हो गया है।वहीं आस पास स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चो पर इसका गलत प्रभाव पड़ रहा है।जिला प्रशासन द्वारा शायद कोई टार्गेट सेट किया गया होगा मौतों का,उसके बाद उसे हटाने पर विचार करेगी।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से पोटिया स्थित शराब दुकान को तत्काल बंद करने की मांग किया है।अगर पोटिया शराब दुकान को जल्द ही नहीं हटाया गया तो उग्र आंदोलन एवं प्रदर्शन किया जायेगा जिसके लिए पूर्ण रूप से दुर्ग जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।