विचारों की उच्च गति होने से मन शक्तिशाली हो जाता है और मस्तिष्क की कार्य क्षमता बढ़ जाती है - बीके स्वाति दीदी

विचारों की उच्च गति होने से मन शक्तिशाली हो जाता है और मस्तिष्क की कार्य क्षमता बढ़ जाती है - बीके स्वाति दीदी

विचारों की उच्च गति होने से मन शक्तिशाली हो जाता है और मस्तिष्क की कार्य क्षमता बढ़ जाती है - बीके स्वाति दीदी

विचारों की उच्च गति होने से मन शक्तिशाली हो जाता है और मस्तिष्क की कार्य क्षमता बढ़ जाती है - बीके स्वाति दीदी


21 जून 2023, बिलासपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मुख्य शाखा टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन में अंतरराष्ट्रीय दिवस योग दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान योगाचार्य रितु सिंह ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकॉल के अनुसार योगासन किया। इस उपलक्ष में सेवाकेंद्र संचालिका बीके स्वाति दीदी ने कहा कि योग का सामान्य अर्थ जोड़, मिलन या संबंध होता है। वास्तव में दो वस्तुओं के संबंध को योग और विच्छेद को वियोग कहते हैं।

जब समय से हम जुड़ते है तो संयोग कहते है। जब संगठन में कोई कार्य सभी मिलकर करते है तो उसे सहयोग कहते है। राजयोग और शारीरिक योगा में महान अंतर है क्योंकि योगा-प्राणायाम शरीर से जुड़ी क्रिया है, इसमें हम अपने शरीर को सदा निरोगी और स्वस्थ रख सकते हैं। विभिन्न योग के आसनों के नियमित प्रयोग से शरीर की कई गंभीर बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। वही राजयोग इससे अलग अंतर्मन की एक यात्रा है। राजयोग से हम अपने मन को सकारात्मक चिंतन की ओर ले जाते हैं। 

इसके नियमित अभ्यास से मन में सकारात्मक विचारों की एक श्रृंखला बन जाती है। विचारों की उच्च गति होने से मन शक्तिशाली हो जाता है और मस्तिष्क की कार्य क्षमता बढ़ जाती है। ज्ञात हो कि टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन में 21 दिवसीय योगा प्राणायाम का कार्यक्रम चल रहा है। जिसका आज तेरहवा दिन था।

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