हादसे को न्योता दे रहा दुर्ग नगर निगम, खतरा साबित हो रहा ठगड़ा बांध का अधूरा निर्माण
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने दुर्ग नगर निगम के बेपरवाह कार्यप्रणाली पर संज्ञान लेने की मांग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से किया है।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया कि दुर्ग नगर निगम पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है,उन्हें दुर्ग की जनता की जान तक कि फिक्र नहीं है।दुर्ग नगर निगम द्वारा 70 साल पुराने ठगड़ा बांध का सौंदर्यीकरण कर पिकनिक स्पाट के रूप में विकसित किया जा रहा है।टेंडर के मुताबिक सौंदर्यीकरण के तहत प्रस्तावित सभी काम जुलाई 2021 तक पूर्ण कर लिया जाना था।लेकिन आज तक काम अधूरा पड़ा है।कब तक पूरा होगा स्थिति स्पष्ट नहीं है।बारिश की वजह से बांध के गड्ढों में पानी भर गया है,जिसमें बच्चे नहा कर हादसों को आमंत्रण दे रहे हैं,भविष्य में अनहोनी की आशंका से इंकार नही किया जा सकता है।लेकिन दुर्ग नगर निगम की कार्यप्रणाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।चार साल हो गए लेकिन दुर्ग नगर निगम में चल रही भर्राशाही की वजह से ठगड़ा बांध अब तक पर्यटन स्थल का रूप नहीं ले सका।देरी और भ्रष्टाचार की वजह से प्रोजेक्ट की लागत लगातार बढ़ती ही जा रही है।14 करोड़ का यह प्रोजेक्ट लेटलतीफी के चलते 16.27 करोड़ तक पहुंच चुका है।
दिखावे के लिए चल रहा नोटिस का खेल
दुर्ग नगर निगम द्वारा ठगड़ा बांध का निर्माण पूरा करने के लिए ठेका एजेंसी को सबसे पहले एक साल का समय दिया गया,उसके बाद तीन बार और समय बढ़ाया गया।उसके बावजूद निर्माण कार्य अधूरा है और लोगों की जान जोखिम में है।फोटो खिंचाते खिंचाते पांच आयुक्त बदल गए और दुर्ग नगर निगम के इस काम के प्रभारी चार अधिकारियों को दिखावे के लिए नोटिस भी जारी किया गया।उसके बाद उन्हें बदल भी दिया गया लेकिन नतीजा फिर भी सिफर रहा।दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से दुर्ग स्थित ठगड़ा बांध सौंदर्यीकरण का काम तेजी से पूर्ण कराने का आग्रह किया है और फंड की कमी से कार्य पूर्ण नहीं हो सकता तो सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम किया जाए जिससे भविष्य में कोई दुर्घटना घटित ना हो,इसकी मांग किया है।