नगर की हस्ताक्षर साहित्य समिति से जुड़े साहित्यकार घनश्याम पारकर को विद्युत विभाग सी एस डब्ल्यू प्लांट में वरिष्ठ तकनीशियन के पद से अब अतिरिक्त श्रम कल्याण अधिकारी के पद पर पदोन्नति
दल्लीराजहरा । किसी भी व्यक्ति के लिए पदोन्नति बहुत मायने रखता है।लंबे समय तक किये गए कार्यो ,योगदान,एवं प्रयासों के परिणाम स्वरूप पदोन्नति कदम चूमती है।और यह क्षण उस व्यक्ति के लिए खुशी देने वाला होता है,वही परिवार,रिश्तेदारों एवं उनसे जुड़े शुभचिंतकों,संस्था के लोगों की बाँछे खिल जाती है।नगर की हस्ताक्षर साहित्य समिति से जुड़े साहित्यकार घनश्याम पारकर को विद्युत विभाग सी एस डब्ल्यू प्लांट में वरिष्ठ तकनीशियन के पद से अब अतिरिक्त श्रम कल्याण अधिकारी के पद पर पदोन्नति, वही इसी संस्था से जुड़े आनंद बोरकर जो कि वर्तमान में भिलाई इस्पात संयंत्र के राजहरा माइंस हॉस्पिटल में कार्यालय सहायक पद पर कार्यरत है,उनका प्रमोशन कार्मिक विभाग राजहरा में कनिष्ठ कार्मिक अधिकारी के पद पर की गई है।दोनो व्यक्तियों ने विभागीय परीक्षा में सफलता प्राप्त कर पदोन्नति हासिल की है।
उल्लेखनीय है कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी घनश्याम पारकर वर्ष 1995 मे सी एस डब्ल्यु प्लांट दल्ली यंत्रीकृत खदान मे आपरेटर के पद पर ज्वाईन किया । 2002 मे विद्युत विभाग सी एस डब्ल्यु प्लांट तकनीशियन एवं पदोन्नति पश्चात वरिष्ठ तकनीशियन के पद पर कार्य किया। उनके द्वारा किये गए कार्यो एवं सेवा के साथ पद के अनुरूप विभागीय परीक्षा में शामिल होकर सफलता हासिल की।इस सफलता के बाद विभाग ने उन्हें जुलाई में अतिरिक्त श्रम कल्याण अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया है। श्री पारकर की प्रतिभा का आंकलन इस बात से लगाया जा सकता है कि वे अपनी शासकीय सेवा (नौकरी) के साथ -साथ विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर लोहा मनवाते रहे है। श्री पारकर ने सुरक्षा , पर्यावरण एवं विभिन्न आयोजनों के लिए चलित माॅडल एवं झाँकी बनायें।जिसे न केवल लोगो ने सराहा बल्कि राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता मे प्रदर्शित करने का मौका मिला,साथ ही पुरस्कार भी प्राप्त हुआ । साहित्य एवं समाज सेवा कार्यों मे हमेशा सक्रिय रहने वाले श्री पारकर विशिष्ट कार्यों के लिए अनेकों सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त कर चुके है। वही उनके चलित माॅडल एवं झाँकी छत्तीसगढ़ के अलावा देश के विभिन्न स्थानों लखनऊ( उ प्र) , मदुरै ( तमिलनाडु) ,दुर्गापुर पश्चिम बंगाल एवं बैंगलोर( कर्नाटक) मे प्रदर्शित हो चुकी है। चलित माॅडल एवं झाँकी बनाने में सिद्धहस्त घनश्याम पारकर ने एम कॉम ,एम ए (समाजशास्त्र ) आई टी आई (विद्युत) शिक्षा प्राप्त की है। इन कार्यो के अलावा वे साहित्य साधना में भी लगे हुए है। उनकी रचनाएँ देश के प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं मे प्रकाशित हो चुकी है।
वही हस्ताक्षर साहित्य समिति से जुड़े आनंद बोरकर 27 सितंबर सन 1995 में तकनीशियन के पद पर भिलाई इस्पात संयंत्र के दल्ली माइन्स के एच ई एम ई गैरेज में ज्वाइनिंग किये।13 जुलाई 2011में पदस्थापना एम वी टी सेंटर राजहरा में हुआ एवं 27 सितम्बर 2019 से राजहरा माइन्स हास्पिटल में कार्यालय सहायक के पद पर कार्यरत रहे ।श्री बोरकर ने भी विभागीय परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया।जिसके फलस्वरूप विभाग ने उन्हें कार्मिक विभाग राजहरा में कनिष्ठ कार्मिक अधिकारी के पद पर पदोन्नति दी है।
साहित्य समिति से जुड़े घनश्याम पारकर एवं आनंद बोरकर की इस उपलब्धि पर समिति के आचार्य जे आर मंहिलांगे, अब्दुल लतीफ खान,शमीम अहमद शिद्दिकी, गोविंद कुट्टी पणिकर, शिरोमणि माथुर, सरिता सिंह गौतम,संतोष ठाकुर,अमित प्रखर, राजेश्वरी ठाकुर, अमित कुमार सिन्हा,शोभा बेंजामिन टी एस पारकर, गोपी सोनवानी, धर्मेंद्र कुमार श्रवण,छगन साहू कामता प्रसाद देशलहरा,मनोज पाटिल ने भी शुभकामनाये देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।