मिडिल स्कूल खुशरूपली चंडी में लोक कला बाँसगीत का किया गया प्रदर्शन
मिडिल स्कूल खुशरूपली में बच्चो के बीच छत्तीसगढ़ की विलुप्त होती लोक कला बॉस गीत की प्रस्तुति की गई। चूंकि के लोक गीत मिडिल स्कूल के पाठ्यक्रम मे शमिल है। इसी तारतम्य में स्कूल के प्रधानपाठक श्री प्रेम चंद डड़सेना द्वारा शनिवार को बस्ता मुक्त दिन का चुनाव किया गया। पास ही के गांव घुचापाली निवासी बांस गीत गायक श्री दसरथ यादव को सम्मान स्कूल में आमंत्रित किया गया। श्री दशरथ यादव द्वारा बासगीत का गायन बच्चों के सामने किया गया। उन्होंने बताया की यह कला छत्तीसगढ़ में विलुप्त हो रही है। साथ ही बच्चों को गीत के माध्यम से ही पर्यावरण संरक्षण एवं गौ सेवा और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कहीं गई। बच्चों ने पारंपरिक बॉस गीत का उत्साह पूर्वक आनंद लिया। उपरोक्त कार्यक्रम में स्कूल के शिक्षक श्री धीरज तिवारी श्रीमती उषा चंद्राकर एवं श्रीमती भामा दीवान भी उपस्थित रहे। अंत में शाला परिवार द्वारा विदाई भेट स्वरूप ग्रामीण परंपरा के अनुसार सुपा में चावल आलू नगद राशि सहित भेंट किया गया।