धोबी समाज के प्रदेश ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विभिन्न मांगों को लेकर की सौजन्य मुलाकात
बेमेतरा: छत्तीसगढ़ प्रदेश धोबी समाज के प्रदेश प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा सत्र के अंतिम दिन 21 जुलाई दिन शुक्रवार को विधानसभा भवन रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय में सौजन्य मुलाकात कर विभिन्न मांगों को लेकर मांग सौंपा गया। जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धोबी समाज की चार महत्वपूर्ण मांगों को गंभीरता से लेते हुए पूर्ण करने का आश्वासन प्रदेश प्रतिनिधि मंडल को दिया गया।
छत्तीसगढ़ प्रदेश धोबी समाज के प्रदेश प्रतिनिधि मंडल ने बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा के साथ विधानसभा भवन मुख्यमंत्री कार्यालय में सौजन्य मुलाकात कर बेमेतरा जिला के ग्राम हसदा में प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से समाज द्वारा की गई मांगों को पुन: याद दिलाते पूर्ण करने मांग पत्र सौंपा गया। प्रदेश प्रतिनिधि मंडल द्वारा चार महत्वपूर्ण मांग रखे गए। जिसमें 23 फरवरी को धोबी समाज के इष्टदेव महान संत गाडगे महाराज की जयंती समाज द्वारा पूरे भारत वर्ष में मनाया जाता है। उक्त दिवस को निर्मल दिवस के रूप में मनाते हुए शासकीय अवकाश घोषित करने धोबी समाज को 17 राज्यों में अनुसूचित जाति में शामिल किया गया है इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने रजक कल्याण बोर्ड में बस्तर एवं सरगुजा संभाग से 2 सदस्य को लेने एवं छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग विकास परिषद आयोग मे एक सदस्य को मनोनीत करने की मांग की गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सौजन्य मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष मनोज निर्मलकर, प्रदेश महासचिव कृष्णकुमार निर्मलकर, मुख्य चुनाव अधिकारी पी.पी. बलभद्र, प्रदेश सलाहकार अनिल रजक ,प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ रामकुमार निर्मलकर,भोजेंद्र निर्मलकर, सहायक चुनाव अधिकारी राजेंद्र निर्मलकर, प्रदेश संरक्षक नरेंद्र निर्मलकर ,बेमेतरा जिला अध्यक्ष मेघनाथ निर्मलकर ,बेरला अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नारायण प्रसाद निर्मलकर ,युवा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य परमानंद रजक प्रमुख रूप से उपस्थित थे। उक्त जानकारी आईटी सेल जिलाध्यक्ष हरिराम निर्मलकर एवं उपाध्यक्ष प्रकाश निर्मलकर द्वारा दी गई।