दुःखी हूं,नि:शब्द हूं,निराश हूं - कुणाल कुर्रे; छत्तीसगढ़ प्रदेश के एक नौजवान ने खड़ा किया मणिपुर घटना को लेकर सरकार पर सवालिया निशान
बालोद - मणिपुर के मामले को लेकर जिले के एक नौजवान युवक कुणाल कुर्रे ने एक लेख के माध्यम से कहा ,मनीपुर आज जल जल रहा है,मनीपुर की बेटीयां आज असुरक्षित है,आज मेरे अंतरतम पूरी तरह से फूट फूट कर रो पड़ा। आज 21वीं सदी के भारत में इस प्रकार का घटना,पूरे देश वासियों को शर्म सार कर दिया अपितु समूचा मानव समाज के लिए घोर निंदनीय हैं। आज मुझे बड़े ही दुःख के साथ कहना पड़ रहा है,की इस घटना को लेकर आज तक सरकार के द्वारा कोई कड़ी कार्यवाही नहीं किया गया।आज सत्ता के मतवाले अपने आपको बड़े बड़े धुरंधर कहा करते है,वो भी आज मौन है। आखिर वो मौन क्यों हैं ? क्योंकि वहां आज आदिवासी विद्रोह छेड़ा गया है।जिससे डर करके आदिवासी अपने जल-जंगल-जमीन को छोड़ कर किसी दूसरे प्रदेश में रहे और वहां की सारी संपत्ति, कोयला,लोहा,हीरा, अभर्क जैसे लाखों लाख करोड़ की संपत्तियों को देश के चंद अमीरपतियों के हाथ मणिपुर की सारी संपत्तियों को बेचने का कार्य करेंगे, इस प्रकार का घटना पहले भी होता था, और आज भी होता है। पहले मुगल शासक धर्म परिवर्तन के लिए इस प्रकार का घटना करावा करते थे,और अब संपत्ति को लूटने के लिए देश के गद्दार लोग अपने स्वभाव के लिए विद्रोह करवाते है। साथियों आखिर यह घटना कब रुकेगा पूछता है मातृ भूमि,पूछता है देश नौजवान,पूछता है देश के आदिवासी ,पूछता है मानव समाज और पूछता है कुणाल कुर्रे।