ठेका श्रमिकों के मांग को लेकर तीन यूनियनों ने संयुक्त रूप से बीएसपी प्रबंधक को सौंपी मांग पत्र

ठेका श्रमिकों के मांग को लेकर तीन यूनियनों ने संयुक्त रूप से बीएसपी प्रबंधक को सौंपी मांग पत्र

ठेका श्रमिकों के मांग को लेकर तीन यूनियनों ने संयुक्त रूप से बीएसपी प्रबंधक को सौंपी मांग पत्र

ठेका श्रमिकों के मांग को लेकर तीन यूनियनों ने संयुक्त रूप से बीएसपी प्रबंधक को सौंपी मांग पत्र


आईओसी राजहरा के ठेका श्रमिकों के कई महिनों से लंबित समस्याओं एवं मांगों का निराकरण करने के लिए हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन (सीटू ) राजहरा, छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ राजहरा एवं संयुक्त खदान मजदूर संघ ( एटक ) राजहरा के संयुक्त तत्वधान में आज दल्ली राजहरा माइन्स ऑफिस के सामने विशाल एवं जंगी आंदोलन किया गया जिसमें खदान के हजारों श्रमिकों ने अपना काम काज नाश्ते के बाद बंद करके आंदोलन में अपना भागिदारी किया जिससे खदान का पुरा काम लगभग ठप हो गया। 04 घंटे के प्रदर्शन के पश्चात संयुक्त प्रतिनिधि मंडल ने श्रीमान मुख्य महाप्रबंधक खदान एवं रावघाट भिलाई स्टील प्लांट भिलाई के नाम से मुख्य महाप्रबंधक आई ओ सी राजहरा को सभी मांगों के निराकरण के लिए अल्टीमेटम नोटीस सौंपा गया l 



मुख्य महाप्रबंधक आर बी गहरवार ने श्रमिक नेताओं से कहा कि प्रबंधन की अति शीघ्र उच्च स्तरीय बैठक कर अति शीघ्र आप लोगों को इसकी सूचना दी जाएगी तथा एक सप्ताह के अंदर इस विषय पर बैठक कर मांगों व समस्याओं का सकारात्मक निराकरण कर लिया जायेगा l श्रमिक संगठनों ने कहा कि आई ओ सी राजहरा के ठेका श्रमिकों की कई लंबित समस्याओं एवं मांगों का निराकरण के लिए 6 मार्च 2023 को ज्ञापन सौंपा गया था l जिसके 4 माह बीत जाने के बाद प्रबंधन की ओर से 24 जुलाई 2023 को यूनियन के साथ औपचारिक रूप से बैठक किया गया l लेकिन प्रबंधन ने इस बैठक में किसी भी मांगों को लेकर ठोस आश्वासन नहीं दिया गया और ना ही किसी मुद्दे को हल करने के लिए समय सीमा तय किया गया l जबकि इन मुद्दों को लेकर आये दिन कई ठेका कार्यों में आर आई सिचुएशन पैदा होते रहता है l जिसके कारण उत्पादन भी प्रभावित होते रहता है l ठेका श्रमिकों के जायज मांगों को लेकर प्रबंधन की ओर से उदासीनता एवं टालमटोल नीति से आई ओ सी राजहरा के समस्त ठेका श्रमिकों के बीच आक्रोश व्याप्त है l अत: आज 6 जुलाई 2023 को फिर से ठेका श्रमिकों के पूर्व से लंबित निम्न मांगों व समस्याओं का 31 जुलाई 2023 तक ठोस निराकरण नहीं किए जाने की स्थिति में राजहरा में आई ओ सी राजहरा के अंतर्गत काम करने वाले समस्त ठेका श्रमिक प्रबंधक के खिलाफ विशाल आंदोलन एवं सीधी कार्यवाही करने के लिए बाध्य होंगे l जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी l

प्रबंधन के पास ठेका श्रमिकों की समस्याओं को लेकर जो मांगे रखी गई है वह इस प्रकार से हैं

 1) खदान में कार्यरत सभी ठेका श्रमिकों का एक श्रेणी ऊपर का वेतनमान दिया जाए तथा सीनियर और जूनियर कर्मचारियों का स्टेटस मेंटेन करने के लिए वार्षिक इंक्रीमेंट का प्रावधान बनाया जाय l

2) ऐसे श्रमिक जिन्हें पहले से ही उच्च श्रमिक का वेतनमान दिया जा रहा है तथा जो खदान में 15 वर्ष से भी अधिक वर्षों से काम कर चुके हो उन्हें श्रमिक सहकारी समिति के कर्माचारियों को मिल रहे वेतनमान दिया जाए l

3) भारत सरकार के द्वारा 1 अप्रैल 2021 , 1 अक्टूबर 2021 तथा 1 अप्रैल 2022 से संशोधित महंगाई भत्ता की राशि का एरियर्स बनाकर अविलंब भुगतान किया जाए l

4) पिछले वर्ष 7 जनवरी 2022 को ठेका श्रमिकों को माइंस भत्ता का लाभ 1 अप्रैल 2022 से देने की समझौता होने के बावजूद इसे 1 अगस्त 2022 को लागू किया गया l जिसके कारण ठेका श्रमिकों को 4 माह का माइंस भत्ता का नुकसान उठाना पड़ रहा है l इस नुकसान का भरपाई के लिए 4 माह का माइंस भत्ता एरियस बना कर दिया जाए l

5) विभागीय दर से भी नीचे ( 10% से अधिक) हुए ठेका को रद्द किया जाए क्योंकि इससे काम की गुणवत्ता और श्रमिकों के वेतन भुगतान प्रभावित होता है और आए दिन औद्योगिक विवाद पैदा होते रहता हैl

6) जो ठेकेदार श्रमिकों को उचित या समय पर वेतन भुगतान नहीं करता है उनका ठेका बैन किया जाये एवं ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जाए l इसके लिए उनके ठेका कार्यों के लिए जारी की जाने वाली सेटीस्पेशन रिपोर्ट में श्रमिकों के उचित समय पर वेतन भुगतान को जोड़ा जाए l

7) माइंस के बीच कार्यरत ठेका श्रमिकों एवं उनके परिवार के लिए यह सहमति बनी थी कि 1 अप्रैल 2022 से मेडिकल सुविधा प्रदान किया जाय किंतु विभिन्न तकनीकी कार्यों से विलंब हुआ l परंतु नवंबर 2022 को प्रबंधन यूनियनों ठेकेदारों तथा अस्पताल प्रबंधक के साथ हुए बैठक में यह तय हुआ कि 1 दिसंबर 2022 से सभी ठेका श्रमिकों तथा उनके परिवार के लिए मेडिकल सुविधा लागू हो जाएगा l लेकिन 6 माह बीत जाने के बाद भी किसी भी ठेका श्रमिकों के लिए आज तक लागू नहीं किया गया l इसे तत्काल लागू किया जाए l

8) सभी ठेका क्षेत्रों में समान प्रकृति के काम के अनुसार समान वेतन लागू किया जाए

9)सभी ठेकेदारों के द्वारा खदान में सुरक्षा की भारी अनदेखी की जा रही है l तथा पीपीई सामग्री प्रदान करने में बहुत अनियमितता बरती जा रही है l अतः सुरक्षात्मक कार्यों को बढ़ावा देते हुए पीपीई की सामग्री सभी ठेका में मिले इसके लिए उचित नियम बनाया जाए l

10) सभी ठेका कार्यों में श्रम कानूनों का कड़ाई से पालन हो ऐसा नियम बनाया जाएl

11)खदान के बीच काम करने वाले सभी ठेका श्रमिकों को मिलने वाले ग्रेजुएटी पर पिछले 1 साल से रोक लगा दिया गया है l जबकि माइंस के श्रमिकों को ग्रेच्युटी देने का प्रावधान शुरू से है, क्योंकि श्रमिकों को ठेका समाप्त होने पर रिट्रेचमेंट की राशि किसी भी ठेकेदारों के द्वारा नहीं दिया जाता है l अत: तत्काल प्रभाव से ग्रेच्युटी देना प्रारंभ किया जाए l

 12) राजहरा क्वारी में आयरन ओर स्क्रिनींग एवं ट्रांसपोर्टिंग ठेका कार्य तथा हितकसा का फाइंस रिमूवल का काम बंद हो जाने से इसमें संलग्न ठेका श्रमिकों को रोजी रोटी का सामना करना पड़ रहा है l अतः इन श्रमिकों के लिए वैकल्पिक रोजगार प्रदान किया जाए l

13) SSS सोसाइटी में कार्यरत श्रमिकों का वेतन समझौता 1 जनवरी 2018 से लंबित है इन श्रमिकों का तत्काल वेतन समझौता किया जाए l

14) महामाया खदान में कार्यरत ठेका श्रमिकों को अनफिट या मृत्यु हो जाने पर अनुकंपा नियुक्ति नहीं दिया जाता l जबकि आई ओ सी के बाकी खदानों में अनुकंपा नियुक्ति दी जाती है अतः महामाया के खदानों में भी अनुकंपा नियुक्ति दिया जाए l

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