मनुष्य का कार्य छोटा एवं बड़ा होता है जाती नहीं , अतः कार्य पर ही ध्यान देना चाहिए: संत राम बालक दास

मनुष्य का कार्य छोटा एवं बड़ा होता है जाती नहीं , अतः कार्य पर ही ध्यान देना चाहिए: संत राम बालक दास

मनुष्य का कार्य छोटा एवं बड़ा होता है जाती नहीं , अतः कार्य पर ही ध्यान देना चाहिए: संत राम बालक दास

बालोद जिला के प्रसिद्ध तीर्थ स्थान श्री जामडी पाटेश्वर धाम में पुरुषोत्तम माह के अवसर पर एक माह के लिए आयोजित रामायण पाठ एवं शिव महापुराण कथा का आज आठवां दिन

मनुष्य का कार्य छोटा एवं बड़ा होता है जाती नहीं , अतः कार्य पर ही ध्यान देना चाहिए: संत राम बालक दास
 

सुबह 9:00 से 10:00 बजे तक ऑनलाइन सत्संग में श्रीमद् भागवत कथा का वाचन करते हुए संत श्री ने आज श्री सुकदेव जी एवं परीक्षित के संवाद के कुछ प्रश्नों पर चर्चा की जिसके अंतर्गत उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कहता है ना कोई जात बड़ी होती है ना कोई वर्ण कर्म के अनुसार सभी की कर्तव्य बैठे हुए हैं जिस तरह जिस का काम होता है उस समय वही बड़ा माना जाता है हमारा यह मानना है कि कोई जात ना तो छोटी होती है ना कोई जात बड़ी होती है ,,

सब जात एक जैसी होती है मनुष्य अपने कर्म के अनुसार छोटा या बड़ा सम्मान प्राप्त करता है अगर आपके मन में आ ही गया कि मैं जिस जाति में हूं वह छोटी है तो आप ऐसा आचरण करो कि जिसके कारण आपकी जाति ही बड़ी हो जाए और संसार में वह बंदनीय हो जाए आज तो लोग अपना धर्म छोड़कर हम ईसाई हैं , या मुसलमान हैं कहने लग जाते हैं ऐसा करने वाले निश्चय ही बुजदिल लोग होते हैं हम जहां हैं वही महान बन सकते हैं यही हमें वेद और पुराण सिखाते हैं ,,

11:00 बजे से 1:00 बजे तक श्री रामायण पाठ में आज श्री राम जन्म की सुंदर कथा का आयोजन हुआ एवं 2:00 से 5:00 बजे शिवपुराण की कथा में संत श्री ने मर्यादा की उत्पत्ति एवं बचपन ,,कुमारावस्था और युवावस्था बुढ़ापे के निर्णय पर भगवान शिव के द्वारा किए गए सृष्टि का वर्णन किया बड़ी संख्या में भक्तों का भी आना जाना श्री जामडी पाटेश्वर धाम में इस समय हो रहा है और यूट्यूब चैनल के माध्यम से घर बैठे लोग इस कार्यक्रम का संध्या में दर्शन भी कर रहे हैं

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