सब अपने मनमाफिक समाजिक पदो पर स्वयंभू स्थापित कर बन गये समाजिक पदाधिकारी:- शंकर चौहान पूर्व सचिव
बरमकेला:- पद लोलुपता एवं कुर्सी के प्रति मोह के कईकिस्से सुने थे लेकिन आज नवनिर्मित जिला साऱगढ बिलाईगढ चौहान समाज के कुछ नामचीन तथाकथित समाजिक कार्यकर्ताओं ने हमे दिखा दिया कि कुर्सी से बडा समाज नही होता है।
इतने बडे समाज को बाबा साहेब के उसूलों का पाठ पढाकर इन समाजिक कार्यकर्ताओं ने ऐसे ठगा की कोई समझ ही नही पाया की हो क्या रहा है सब अपने मनमाफिक समाजिक पदो पर स्वयंभू स्थापित हो गये और बन गये समाजिक पदाधिकारी। पिछले 6-8 महिनों से समाज को नवीन जिला कमेटी निर्माण को झुनझुना दिखाने वाले विभिन्न प्रकार के नियम कायदे बनाने वाले इन समाजिक कार्यकर्ताओं को जब अपनी नियम कायदे गले की फांस बनती दिखी तो ऐसे रंग बदले की गिरगिट भी शर्मा गया और अपने मनमाफिक पदो पर बंदरबांट करते हुए जिला समिति का मनोनयन कर लिया गया और हम सब समाजिक आम जनो के भावनाओं को ऐसे ठेस पहूंचाया कि शायद इससे उबरने मे हमे बहुत समय लग सकता है। कोई भी आम जनता इन पर अब किंचित भी भरोसा नही कर सकता जिस तरह से इन्होंने समाज को जोड़ने के नाम पर दो टुकडो मे तोड कर रख दिया है। पुरे जिले भर से सदस्यता के नाम से चंदा लिया गया सबसे ये कहा गया कि पुरी पारदर्शिता के साथ समाज का चुनाव करवायेंगे लेकिन न पारदर्शिता रही न तो दुरदर्शिता रही भविष्य के उन समाजिक युवाओं को ये क्या जवाब देंगे यहीं जाने, फिलहाल तो ये इस मनोनीत समिति किसी भी बातों पर बगलें झांक रही है। मै शंकर लाल चौहान ग्राम बरपाली पूर्व सचिव चौहान समाज विकासखंड बरमकेला इस मनोनीत समिती का बहिष्कार करता हूँ और कडी निंदा करता हूँ।