गर्मी के समान बरसात में भी जलसंकट होने पर पूर्व सभापति देवांगन ने साधा विधायक वोरा पर निशाना,कहा निगम में अनावश्यक हस्तक्षेप व कुप्रबंधन का नतीजा...

गर्मी के समान बरसात में भी जलसंकट होने पर पूर्व सभापति देवांगन ने साधा विधायक वोरा पर निशाना,कहा निगम में अनावश्यक हस्तक्षेप व कुप्रबंधन का नतीजा...

गर्मी के समान बरसात में भी जलसंकट होने पर पूर्व सभापति देवांगन ने साधा विधायक वोरा पर निशाना,कहा निगम में अनावश्यक हस्तक्षेप व कुप्रबंधन का नतीजा...

गर्मी के समान बरसात में भी जलसंकट होने पर पूर्व सभापति देवांगन ने साधा विधायक वोरा पर निशाना,कहा निगम में अनावश्यक हस्तक्षेप व कुप्रबंधन का नतीजा...


भीषण गर्मी के बाद मानसून आगमन के शुरुवाती दौर में लगातार पांच दिनों के बारिश के चलते नदी इंटकवेल में कचरा फंसने की वजह से पूरे शहर में तीन दिनों तक पानी सप्लाई बाधित होने पर निगम पूर्व सभापति व भाजपा प्रवक्ता दिनेश देवांगन ने विधायक अरुण वोरा को पूरी तरह जिम्मेदार बताते हुए कहा की यह शहर की जनता का दुर्भाग्य है कि निगम में उनके नियंत्रण में काबिज कांग्रेसी परिषद के कुप्रबंधन व अदूरदर्शिता के चलते हर मौसम में लोग पानी की संकट का सामना करते है जबकि केंद्र की मोदी सरकार ने घर घर पानी पहुंचाने व प्रबंधन के लिए करोड़ो की राशि दी है उसके बाद भी शहर की जनता हर महीने में कम से कम एक सप्ताह पानी के लिए तरसते है लेकिन पानी सप्लाई नियमित हो इसके लिए विधायक से लेकर महापौर तक अब तक कोई ठोस उपाय नही कर पाए है।
         
इस संबंध निगम के पूर्व सभापति व भाजपा प्रवक्ता दिनेश देवांगन ने जारी बयान में कहा की भीषण गर्मी में पानी के लिए तरसी जनता मानसून आगमन को लेकर निश्चिंत हो रहे थे लेकिन बरसात में भी उन्हें पीने के पानी के लिए तरसना पड़ा और पहली ही बारिश ने निगम की व्यस्था की पोल खोलकर रख दी है की कैसे प्राकृतिक संकट के दौर में भी लोगो की मूलभूत सुविधा जारी रखने में पूरा सरकारी सिस्टम नाकाम साबित होता है इसके पिछे वास्तव में सरकार चलाने वाले शासन तंत्र ही जिम्मेदार होता है जिसकी ढुलमुल रवैया व मौसम अनुकूल निर्णय नहीं लेने की लाचारी का खामियाजा जनता भुगतती रहती है और यही हालत दुर्ग निगम की है।

पूर्व सभापति देवांगन ने आगे कहा की विगत दिनों पूरे शहर में तीन दिनों तक पूरी तरह जल आपूर्ति बाधित रही और जो अभी तक कई वार्डो में सामान्य नहीं हो पाया है और जनता मौसम बदलने के बाद भी पानी के लिए जूझ रही है इसका जिम्मेदार केवल निगम अधिकारी ही नहीं बल्कि यहां के विधायक अरुण वोरा है जिन्होंने अपनी राजनीतिक सत्ता नियंत्रण के चलते अधिकार सम्पन्न निगम के स्थानीय सरकार को पंगु बना दिया है और महापौर परिषद से लेकर जिम्मेदार अधिकारी भी किसी भी समस्या के निराकरण के लिए समय पूर्व कोई तैयारी नहीं करते शिवनाथ नदी में हर साल बाढ़ आता है इंटकवेल के पास कचरा भी बहकर आता है और जाली में कचरा भी फसता है किंतु बारिश को ध्यान में रखते हुए वहा कचरा साफ करने वाले जानकर कर्मियों व पर्याप्त संसाधन रखते तो शायद इस तरह से पानी सप्लाई बाधित नहीं होता इसी प्रकार गर्मी के दिनो मे भी जल संकट न हो इसके लिए एक वर्ष पूर्व इंटकवेल में मोटर खरीदी का प्रस्ताव था जो आज तक नही लग पाया इस प्रकार विधायक अरुण वोरा के इशारे में चलने वाले कांग्रेसी परिषद संकट की घड़ी में भी लाचार साबित होता है और शहर की जनता बार पानी की संकट से जूझना पड़ता है ।

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