श्री जामडी पाटेश्वर धाम जिला बालोद छत्तीसगढ़ में एक माह के लिए चल रहे शिव महापुराण एवं राम कथा का आज तीसरा दिन
आदिवासी समाज ने सदा से भगवान श्री राम को ही अपना आदर्श माना है आज विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर पाटेश्वर धाम में कई कार्यक्रम
पाटेश्वर धाम में पुरुषोत्तम मास के अवसर पर आयोजित राम कथा में आज संत श्री राम बालक दास जी ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग आज छत्तीसगढ़ के भोले-भाले आदिवासियों को निज धर्म से दूर करके ईसाई बनाना चाहते हैं ऐसे लोग ही कह रहे हैं कि राम आपके भगवान नहीं है जबकि वास्तविकता यही है कि रामचरितमानस में भी कोल भील आदिवासियों के बीच में भगवान राम ने अपना वनवास काल बिताया आज विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर पाटेश्वर धाम में चल रहे शिव पुराण कथा में नलकसा के करमा नृत्य मंडली ने बहुत सुंदर प्रस्तुति दी करमा नृत्य की बालिकाओं का संत श्री ने एवं अन्य गणमान्य लोगों ने उत्साह वर्धन किया गुंडरदेही से कवि केशव राम साहू जी ने अपनी कविताओं से लोगों को मंत्रमुग्ध किया आज बड़ी संख्या में क्षेत्र के आदिवासी भाई बहनों ने राम कथा एवं शिव कथा का आनंद लिया