आखिर क्यों छोटे व्यपारियो के भावनाओ से खेल रहे है रहे पंजाब सिंध बैंक के प्रबंधन.!

आखिर क्यों छोटे व्यपारियो के भावनाओ से खेल रहे है रहे पंजाब सिंध बैंक के प्रबंधन.!

आखिर क्यों छोटे व्यपारियो के भावनाओ से खेल रहे है रहे पंजाब सिंध बैंक के प्रबंधन.!

आखिर क्यों छोटे व्यपारियो के भावनाओ से खेल रहे है रहे पंजाब सिंध बैंक के प्रबंधन.!


दल्लीराजहरा- राजहरा के पंजाब एंड सिंध बैंक आये दिन शिकायत आ रही है इतनी अनिमियता है कि शिकायत रुकने का नाम नही ले रही है हाल में ही बस स्टैंड में स्थित एक छोटा व्यपारी सायकर दुकान से मोटरसाइकिल रेपरिंग व ऑटो पार्ट का दुकान चालू किया है लेकिंग काम को बड़ा करने के लिए उसने बहुत आस और उमीद के साथ पंजाब सिंध बैंक राजहरा के ब्रांच में गया फिर उसको वहां करेन्ट एकाउंट खोलने को कहा गया और ज्यादा से ज्यादा लेन देन करने को करने को कहा गया बिचारा छोटा व्यपारी बहुत उमीद के साथ एकाउंट खोला और बैंक के कहने पर ज्यादा से ज्यादा लेन देन करने लग गया उसके बाद उसने बालोद कलेक्टर से पूरा पेपर भी बना के ले आया जिसे उसको गोवरमेंट से कुछ सब्सिडी मिल सके उसके बाद बैंक प्रबंधन द्वारा कहा गया कि आपको CA से कुछ कुछ पेपर बनाना पड़ेगा तो व्यपारी बिचारा दस से पन्द्र हजार खर्चा कर के वो पेपर भी तैयार कर दिया फिर जब वो पूरा पेपर जमा कर दिया तब उसको बहुत दिन घुनाया गया कि पेपर ऊपर भेजते है थोड़ा टाइम लगता है लेकिंन बहुत दिनों के बाद उसको बैंक द्वारा बोला गया कि आपका लोन नही हो सकता है बिचारा व्यपारी का समय तो खराब हुवा ही साथ ही पेपर बनाने में जो मेहनत व पैसे लगे वो भी व्यर्थ गया ! आखिर कार क्यो ऐसा वर्ताव कर रही है बैंक ये सारी चीज की जानकारी बड़े अधिकारियों को है लेकिन बड़े अधिकारियों के करीबी है शाखा प्रबंधक इसलिए कोई कार्यवाही हो ही नही सकती!! अब देखना यह है कि कब तक चलेगा ऐसा व्यवहार व्यपारियो के साथ !! क्या बड़े अधिकारी भी छोटे व्यपारियो को परेशान देखना चाहते है !!

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