सुरक्षा गार्ड के ठेके खुलकर हो रहा है नियमों का उल्लंघन: भारतीय मजदूर संघ
विगत खदान मजदूर संघ भिलाई संबद्ध भारतीय मजदूर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल भिलाई पहुंच कर उपमहाप्रबंधक (हार्टिकल्चर)एवं आपरेटिंग अथॉरिटी ( सुरक्षा गार्ड) भिलाई इस्पात संयंत्र, भिलाई को राजहरा खदान समूह में चल रहे सुरक्षा गार्ड के ठेके में ठेकेदार द्वारा ठेके के नियम व शर्तों का पालन नहीं किये जाने व अनियमिति बरते जाने की शिकायत और उस पर त्वरित कार्यवाही करने को ज्ञापन सौंपा ।
ज्ञापन के माध्यम से संघ के प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सुरक्षा गार्ड के ठेके में ठेकेदार द्वारा सुरक्षा गार्डो को ठेके के नियम शर्तो के अनुसार सुरक्षा सामग्री उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस ठेके में प्रारम्भ से ही बहुत सी अनियमितताऍ चल रही है, मगर प्रबंधन द्वारा कभी भी ठेकेदार पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है और ना ही इस ठेके में कोई सुधार किया जा रहा है। संघ द्वारा लगातार
प्रबंधन को इस पर सुधार किये जाने के लिए लिखित पत्र दिया जाता रहा है, किन्तु आज
तक किसी भी प्रकार की ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। जोकि खेदजनक है। संघ ने कुछ बिन्दुओं के माध्यम से इस ठेके में हो रही विसंगतियों को दूर करने के लिए प्रबंधन के समक्ष ईस ठेके में हो रही लापरवाही और नियमों की हो रही अनदेखी को ज्ञापन के माध्यम से उजागर किया है। सुरक्षा गार्ड के ईस ठेके में ठेके के नियम व शर्तों के अनुसार ठेकेदार को रोजाना 33 सुरक्षागार्ड मुहैया कराना है। मगर ठेकेदार द्वारा सिर्फ 25 सुरक्षागार्ड ही उपलब्ध कराया जा रहा है। रोजाना 8 सुरक्षागार्ड कम उपलब्ध कराने के लिए प्रबंधन द्वारा ठेकेदार पर आज तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई है, और उस पर आज तक 8 अनुपस्थित सुरक्षागार्डो की कमी के लिए पेनाल्टि क्यो नहीं लगाया गया ।
संदर्भित ठेके में ठेकेदार द्वारा मात्र 25 सुरक्षागार्ड रखा गया है। और 25 सुरक्षा गार्ड पर चार रिलिवर रखा गया है। और सबसे हास्यपद बात यह है कि जिन 4 सुरक्षा गार्डो को रिलिवर रखा गया है। उन 04 गार्डो के लिए श्री 04 रिलिवर रखा है। और सबसे बड़ी बात प्रबंधन उसकी इन बात को मानकर उनसे कार्य भी करा रहा है। जो कि बहुत ही चिन्ताजनक है, इस पर आज तक किसी प्रकार का संज्ञान नहीं लिया गया है। आज दिनांक तक ठेकेदार द्वारा सुरक्षागार्डो को ठेके के शर्तों के अनुसार रैनकोट, गमबूट, जूता, ड्रेस लाठी, टार्च और न ही सुरक्षा गार्डो की बैठने की व्यवस्था नहीं की गई है। सुरक्षा सामग्री सभी सुरक्षा गार्डो अपने पैसे से लेने को मजबूर है। मगर उसके बाद भी प्रबंधन द्वारा सुरक्षा गार्डो को उनके अधिकार की सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराने पूरी तरह असफल है। ठेकेदार द्वारा किसी भी नियम का पालन नहीं किया जा रहा है, मगर उसके बाद भी ठेकेदार का बिल प्रतिमाह बिना किसी रोकटोक के पास किया जा रहा है, जो कि सोचनीय है। सुरक्षा गार्डो को तीन-तीन माह तक वेतन भुगतान नहीं किया जाता है लेकिन प्रबंधन ठेकेदार पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करती।
सुरक्षा गार्डो का खदान भत्ता और नाईट एलाउन्स का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा इस ठेके के आरम्भ से ही सुरक्षागार्डो का प्रतिमाह एक दो हाजरी का कम भुगतान किया जाता है। ठेकेदार द्वारा सुरक्षागार्डो को छुट्टी के पैसों का भुगतान नहीं किया जाता है। मगर प्रबंधन द्वारा ठेकेदार पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही का न करना और उसके बिल को बिना किसी रोक-टोक के पास करना बहुत सी शंकाओं को जन्म देता है। वहीं राजहरा के छोटे ठेकेदारों को प्रबंधन द्वारा ठेके के सारे नियमों और सुरक्षा समाग्री उपलब्ध कराने के लिए तत्परता दिखाते हैं। बहुत अच्छी बात है मगर ये तत्परता सुरक्षा गार्ड के ठेके पर क्यों नहीं दिखाई जाती है ये चिंता का विषय है।
संघ ने बीएसपी प्रबंधन से यह आग्रह किया है, कि संघ की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए सभी बिन्दुओं की सुक्ष्म जॉच की जाये एवं ऐसे ठेकेदार पर कड़ी कार्यवाही की जावे जो ठेके के नियम व शर्तो का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है, और लगातार कर रहा है प्रबंधन द्वारा ठेकेदार के उपर कम सुरक्षागार्ड मुहैया कराने के लिए नियमतः पैनाल्टि लगायी जाये एवं सुरक्षागार्डो को सुरक्षा सामग्री का पैसा तत्काल दिलायी जाये। साथ ही संघ ने मांग है कि ऐसे ठेकेदार जो लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहा है, उसे आने वाले नये ठेके में भाग न लेने दिया जाये। जिससे भविष्य में होने वाला ठेका सुचारू रूप से चल सके और जब तक संघ की शिकायत का निराकरण प्रबंधन द्वारा नहीं किया जाता है तब तक प्रबंधन द्वारा ठेकेदार को किसी प्रकार का भुगतान न किया जाये। जिससे सुरक्षागार्डो को मिलने वाली बकाया राशि का भुगतान प्रबंधन द्वारा नियमतः कराया जा सके। ईस ज्ञापन की प्रतिलिपि अधिशासी निदेशक खदान भिलाई इस्पात संयंत्र, महाप्रबंधक आई आर भिलाई इस्पात संयंत्र और महाप्रबंधक खदान कार्मिक भिलाई इस्पात संयंत्र को भी दिया है जिससे जल्द से जल्द उचित कार्यवाही हो सके। प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप जिला मंत्री मुश्ताक अहमद, खदान मजदूर संघ भिलाई संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष एम पी सिंग, उपमहासचिव लखन लाल चौधरी उपस्थित थे।