खदान में कार्यरत ठेका श्रमिकों और गैर बीएसपी के बच्चों को डीएवी स्कूल में पूर्व की भांति मुफ्त शिक्षा प्रदान करें बीएसपी प्रबंधन, सांसद प्रतिनिधि मुश्ताक अहमद
आज सांसद प्रतिनिधि और भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने मुख्य महाप्रबंधक ( खदान ) /चैयरमेन, एल. एम. सी. कमेटी डी. ए. व्ही. इस्पात सीनि सेके. पब्लिक स्कूल राजहरा माइंस एवं अनुविभागीय अधिकारी राजहरा सुरेश कुमार साहू को ज्ञापन सौंपकर डी. ए. व्ही. इस्पात सीनि सेके. पब्लिक स्कूल में अध्ययनरत खदान में कार्यरत ठेका श्रमिकों एवं गैर बी.एस.पी. के बच्चों से फीस नहीं लिये जाने का आग्रह किया है।
मुश्ताक अहमद ने बताया कि बी. एस. पी. एवं डी.ए.व्ही. स्टील एजुकेशन सोसायटी के मध्य हुए अनुबंध के तहत दल्ली राजहरा में डी.ए.व्ही. स्कूल आरम्भ किया गया है। लेकिन जब से डी. ए. व्ही. इस्पात सीनि. सेके. पब्लिक स्कूल दल्ली राजहरा में आरम्भ हुआ है तब से ही ठेका श्रमिकों एवं गैर बी. एस. पी. के बच्चों से फीस के नाम पर बी. एस. पी. प्रबंधन द्वारा एक मोटी रकम वसूली जा रही है। और जो पालक अपने बच्चों का फीस जमा कर पाने असमर्थ हैं, उन बच्चों का डी. ए. व्ही. स्कूल प्रबंधन द्वारा परीक्षा पूर्व एडमिट कार्ड नहीं दिया जा रहा है। जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है | बी. एस. पी. प्रबंधन द्वारा इसमें उन बच्चों को एडमिट कार्ड दिलाने के लिए किसी तरह की पहल नहीं करना निराशाजनक है।
सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि जानकारी के लिए यह बताना आवश्यक है कि डी. ए. व्ही. स्कूल के पूर्व में जो सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल बी. एस. पी. द्वारा संचालित था, उसमे बहुत ही मामूली फीस पर ठेका श्रमिक और गैर बी. एस. पी. के बच्चों को भी शिक्षा दिया जाता था, किन्तु जब से बी. एस. पी. द्वारा डी.ए.व्ही. स्कूल आरम्भ किया गया है, गरीब ठेका श्रमिक व गैर बी. एस. पी. के बच्चे फीस अधिक होने के कारण जमा करने में सक्षम नहीं है। इसलिए आपसे आग्रह है कि बी. एस. पी. प्रबंधन अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझे और खदानों में कार्यरत ठेका श्रमिकों एवं गैर बी. एस. पी के बच्चों को स्कूल में मुफ्त शिक्षा प्रदान करें या बहुत ही कम फीस ली जाये।
विदित हो कि जब से बी. एस. पी. इस क्षेत्र में खनन कार्य आरम्भ की है तब से ही क्षेत्र व नगर के बच्चों को बी. एस. पी. की स्कूलों में मुफ्त में शिक्षा प्रदान की जाती थी, किन्तु बी. एस. पी. प्रबंधन द्वारा धीरे धीरे करके सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया और अब डी. ए. व्ही. स्कूल को राजहरा में स्कूल चलाने के लिए बीएसपी प्रबंधन ने ठेका दे दिया है।और ईसे स्कूल एजुकेशन सोसायटी नई दिल्ली डीएवी द्वारा संचालित किया जा रहा है। ईस तरह जहां गरीब ठेका श्रमिकों के बच्चे और गैर बीएसपी के बच्चों को बहुत कम फीस पर बीएसपी प्रबंधन द्वारा शिक्षा दी जाती थी अब डीएवी स्कूल को लाकर बीएसपी प्रबंधन ने शिक्षा का व्यवसायिक करण कर दिया है। जबकि बी.एस.पी. को नगर व आसपास के क्षेत्रों में मुफ्त,शिक्षा, स्वास्वथ्य व पानी सड़क जैसी आवश्यक मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराया जाना उसकी नैतिक जिम्मेदारी है, और प्रबंधन अब इस नैतिक जिम्मेदारियों से अपना मुँह नहीं मोड़ सकती ।जबकि सेल कार्पोरेट नई दिल्ली द्वारा दल्ली राजहरा माइंस में कार्यरत ठेका श्रमिक एवं क्षेत्र के गैर बी. एस. पी. बच्चों के स्कूल फीस के लिए वर्ष 2022-23 में स्टील एजुकेशन सोसायटी नई दिल्ली डी.ए.व्ही. को सी. एस. आर. मद से दो करोड़ तीन लाख (2.03 ) रूपये का भुगतान किया गया है। और सत्र 2023-24 के लिए सी. एस. आर. के बजट में दो करोड़ सत्तर लाख (2.70) रूपये का प्रावधान किया गया है, जिसमें से एक करोड़ अट्ठारह लाख(1.18 ) रूपये का भुगतान 25.08.2023 को सेल कार्पोरेट नई दिल्ली द्वारा स्टील एजुकेशन सोसायटी नई दिल्ली डी. ए. व्ही. को सी. एस. आर. मद से किया जा चुका है। इसके बावजूद बी. एस. पी. प्रबंधन इस स्कूल में अध्ययनरत गरीब ठेका श्रमिकों के बच्चों एवं गैर बी. एस. पी. के बच्चों से भारी फीस वसूलने में लगी है जो जॉच का विषय है।स्थानीय प्रबंधन द्वारा इस प्रकार का कृत्य किये जाने से सेल अथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा क्षेत्र की गरीब जनता के लिए किये जा रहे सामाजिक कार्यों का लाभ क्षेत्र की जनता को नहीं मिल पा रहा है और सेल द्वारा सही कार्य किये जाने के बावजूद लोगों के मन में सेल के प्रति गलत धारणा बन रही है। जो काफी चिंता का विषय है।
अंत में सांसद प्रतिनिधि ने बताया कि बीएसपी प्रबंधन से आग्रह किया गया है कि इस विषय को संज्ञान में लेकर त्वरित कार्यवाही करें और जब सेल द्वारा फीस के लिए सत्र 2022-23 एवं 23.24 में राशि आबंटित की गई है, तो उसका उपयोग बच्चों के फीस में करें और गरीब बच्चों से ली गई फीस की राशि उन्हें वापस की जाये। साथ ही भविष्य में इन बच्चों से किसी प्रकार की फीस न ली जाये और बी.एस.पी नैतिकता के आधार पर पूर्व की भांति निःशुल्क शिक्षा प्रदान करें। एवं जिन बच्चों के पालक अब तक फीस जमा नहीं कर पाये हैं, डी. ए. व्ही. स्कूल प्रबंधन द्वारा उन बच्चों को परीक्षा में शामिल होने के लिए एडमिट कार्ड नहीं दिया जा रहा है, उन बच्चों को तत्काल बी. एस. पी. प्रबंधन द्वारा एडमिट कार्ड दिये जाने के लिए डी. ए. व्ही. स्कूल प्रबंधन को निर्देशित करे। अन्यथा हमारे द्वारा कड़े कदम उठाये जायेंगे। ज्ञापन सौंपने में मुख्य रूप से खदान मजदूर संघ भिलाई संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के उपमहासचिव लखन चौधरी और राजहरा शाखा के अध्यक्ष किशोर कुमार मायती उपस्थित थे।