तिल्दा नेवरा। गजानंद एप नाम से करोड़ों रुपए के सट्टा बाजी प्रतिदिन जारी; नेवर पुलिस ने मामूली धाराओं के तहत दो पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज, सट्टा संचालक नंदलाल उर्फ नंदू लालवानी और उसके पुत्र ने थाने में किया जमकर हंगामा
तिल्दा नेवरा शहर व क्षेत्र में गजानंद एप नाम से करोड़ों रुपए के सट्टा बाजी प्रतिदिन जारी है,इसी सट्टे के लेनदेन के मामले में बीती रात्रि मारपीट हुई है जहां नेवर पुलिस ने मामूली धाराओं के तहत दो पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर इति श्री कर लिया है। सट्टा संचालक नंदलाल उर्फ नंदू लालवानी और उसके पुत्र ने थाने में किया जमकर हंगामा।
तिल्दा नेवरा सट्टे के मामले में पहले ही काफी चर्चित रहा है करोड़ों रुपए के सट्टा का कारोबार प्रतिदिन यहां पर जारी है, सट्टे के लाखों रुपए के लेनदेन का विवाद सामने आया है जो मारपीट में बदल कर जमकर मारपीट हुई और दो पक्ष बीती रात्रि थाना पहुंचे जहां पर नेवर पुलिस दोनों पक्षों के खिलाफ मामूली धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
साथ ही बड़े सटोरिया के सामने पुलिस बेबस नजर आई, तिल्दा नेवरा में गाजानंद एप नाम का सट्टा काफी लंबे अरसे से धड़ल्ले से जारी है, नेवरा के भारतीय स्टेट बैंक के पास से काफी लंबे अरसे से यह सट्टे का कारोबार जारी है, चर्चित सटोरिया इस गजानंद एप सट्टे का संचालन करता है। बताया जाता है की उसे राजनीतिक संरक्षण भी मिला हुआ है, काफी लंबे अरसे से जारी इस सट्टे के कारोबार की जानकारी नेवर पुलिस को भी है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति कर इति श्री कर दिया जाता है , बता दे इसके पूर्व भी उक्त चर्चित सटोरिया के पुत्र का नाम सट्टे के एक मामले में सामने आया है पुलिस ने वह मामला भी दर्ज किया हुआ है लेकिन कार्रवाई सिफर है।
बीती रात्रि सट्टे के कारोबार में लेनदेन का विवाद मारपीट में बदला और दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई दोनों पक्ष थाना पहुंचे जहां पर सैकड़ो लोग भी बीती रात्रि थाना में एकत्र हो गए, कई लोगों ने शिकायत दर्ज कर बताया की नेवरा का यह प्रमुख सटोरिया गजानंद एप नाम से आईडी बना कर देता है और करोड़ों रुपए का सट्टा प्रतिदिन जारी है। सट्टे का यह बड़ा खाईवाल बताया गया है।
जहां पर लाखों रुपए के लेनदेन का यह विवाद था, बताया जाता है की उक्त सटोरिया लोगों का पैसा नहीं दे रहा है, जिसके चलते मारपीट हुई है, साथ ही बता दें कि नेवरा पुलिस भी बीती रात्रि बेबस नजर आई और उक्त प्रमुख सटोरिया के खिलाफ किसी तरह की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जबकि पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ में मामूली धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ इन सबसे यह भी प्रतीत होता है कि उक्त सटोरियों को एक बड़ा राजनीतिक संरक्षण भी मिला हुआ है, चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है कि करोड़ों रुपए के प्रतिदिन सट्टा तिल्दा नेवरा शहर व क्षेत्र में जारी है और पुलिस कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रही है ,साथ यहां पर बता दें कि तिल्दा नेवरा शहर व छेत्र के सैकड़ों युवक सट्टे के इस गोरखधंधे में लिप्त है। साथ ही हजारों लोग सट्टे से बर्बाद भी हो रहे।
कोरोडो रुपए के सट्टे का लेनदेन रोज जारी है और पुलिस आंख बंद कर बैठी है जो की कई संदेहों को जन्म देती है। बिना किसी राजनीतिक संरक्षण के यह संभव भी नही है।
सट्टे के लेनदेन के उक्त विवाद के बाद एक बार फिर चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है।